लोकमतसत्याग्रह/मुंबई में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है। शाह के मुंबई दौरे पर एक संदिग्ध उनके इर्द-गिर्द कई घंटों तक घूमता रहा। जब अधिकारियों को शक हुआ तो उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने उसे 2-3 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। उसे 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध का नाम हेमंत पवार है, जो महाराष्ट्र के धुले का रहने वाला है। पूछताछ के दौरान उसने खुद को आंध्र प्रदेश के एक सांसद का PA बताया।
हाथ में पहन रखा था गृह मंत्रालय का बैंड
32 साल के हेमंत ने गृह मंत्रालय का बैंड पहन रखा था। जिसकी बदौलत वह कई घंटों तक गृहमंत्री के आस-पास घूमता रहा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह संदिग्ध व्यक्ति राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के घर के बाहर भी ब्लेजर पहन कर घूमता हुआ नजर आया था।
अमित शाह दो दिनी मुंबई यात्रा के दौरान सोमवार को ‘लालबागचा के राजा‘ के दर्शन करने गए थे। इसी दौरान पवार पर गृह मंत्रालय के एक अधिकारी की नजर पड़ी तो उसने मुंबई पुलिस को इसकी जानकारी दी। इस पर आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी को गिरगांव कोर्ट ने पांच दिन की हिरासत में पुलिस को सौंप दिया। पवार से पूछताछ जारी है।
एनएसए अजीत डोभाल की भी सुरक्षा में हुई थी चूक
इसी साल फरवरी में एनएसए अजीत डोभाल के आवास पर भी सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया था। इस मामले में सीआईएसएफ ने सख्त कार्रवाई की है। इस घटना के बाद पिछले माह तीन सीआईएसएफ कमांडो को बर्खास्त किया गया है। एक डीआईजी और एक कमांडेंट रैंक के अधिकारी का तबादला कर दिया गया है। डोभाल को केंद्रीय वीआईपी सुरक्षा सूची के तहत जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। उन्हें सुरक्षा कवर सीआईएसएफ की एसएसजी यूनिट द्वारा दिया गया है। 16 फरवरी को सुरक्षा में चूक की घटना की केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित की थी। इसमें पांच अधिकारियों को दोषी ठहराया गया और इनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई थी।
16 फरवरी को सुबह करीब साढ़े सात बजे बेंगलुरु के एक व्यक्ति ने सेंट्र्ल दिल्ली में डोभाल के उच्च सुरक्षा वाले घर में अपनी कार घुसाने का प्रयास किया था। बर्खास्त किए गए तीनों कमांडो उस दिन सुरक्षा व्यवस्था के तहत एनएसए के आवास पर मौजूद थे। उस व्यक्ति को आवास के बाहर रोक दिया गया था और दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया था।
