लोकमतसत्याग्रह/मध्य प्रदेश में बिजली के क्षेत्र में एक बड़ा काम शुरू हुआ है. प्रदेश भर में हाईटेंशन लाइन के बिजली टावर्स की ड्रोन कैमरों से निगरानी शुरू हुई है. एमपी में लगे 10 हजार बिजली टावर अब ड्रोन की निगरानी में हैं. ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है. इससे बिजली चोरी रोकने और बिना किसी रुकावट के बिजली सप्लाई करने में मदद मिलेगी.
मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने एक नया प्रयोग किया है. उसने बिजली लाइनों की मानव रहित पेट्रोलिंग शुरू कर दी है. ड्रोन कैमरे अब बिजली टावर की निगरानी में तैनात कर दिए गए हैं. 220 केवी की अति उच्च दाब लाइनों की पेट्रोलिंग ड्रोन तकनीक से कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. प्रदेश के 80 हजार टावरों की ड्रोन से पेट्रोलिंग का लक्ष्य रखा गया है. फिलहाल 10000 टावरों को ड्रोन के जरिए कवर किया जा रहा है.
पत्रकारों से चर्चा करते हुए मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक सुनील तिवारी ने बताया पहले चरण में इसकी शुरुआत 220 केवी अति उच्च दाब लाइन के टावरों से हो रही है. बाद में 400 और 132 केवी की अति उच्च दाब लाइनों की पेट्रोलिंग भी ड्रोन से की जाएगी. मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक मध्यप्रदेश में 2850 किलोमीटर लंबी बिजली लाइनों के लगभग 10,000 टावरों की टॉप पेट्रोलिंग कर इसका डाटा एकत्रित किया जा रहा है. जो डाटा मिलेगा उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर के जरिए बारीकी से जांच कर टावर के रखरखाव और मरम्मत की कोशिश की जाएगी.
