लोकमतसत्याग्रह/अगर आप किसी प्राइवेट एजुकेशन इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहे हैं, तो समय-समय पर अपनी बैंक में सिविल चेक कराते रहें, क्योंकि हो सकता है कि आपके डॉक्यूमेंट से वह संस्थान लोन निकाल चुका हो। मुरैना में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें युवक को पता ही नहीं था कि दिल्ली के एक निजी एजुकेशन संस्थान मर्चेन्ट नेवी प्राइवेट लिमिटेड ने उसके कागजों पर लोन निकाल लिया।
युवक को तब पता लगा, जब उसने होम लोन के लिए बैंक में आवेदन किया। पता लगा कि उसके द्वारा पहले से ही 5 लाख 60 हजार रुपए का एजुकेशन लोन निकाला जा चुका है। युवक ने स्टेशन रोड थाने में संबंधित संस्थान के खिलाफ फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
युवक विनोद कुमार पुत्र वीरेंद्र जाटव, उम्र 27 वर्ष, निवासी गोटेपुरा, उत्तमपुरा, मुरैना ने होम लोन के लिए बैंक में आवेदन किया। बैंक मैनेजर ने उसे लोन निकालने की पूरी प्रक्रिया समझाई तथा डॉक्यूमेंट सबमिट करके उसने जब लोन के लिए आवेदन किया, तो बैंक ने उसकी सिविल चेक की। सिविल चेक करने पर पता लगा कि उसके द्वारा पहले से ही पांच लाख 60 हजार रुपए का एजूकेशन लोन लिया जा चुका है।
युवक ने कहा कि उसने तो कोई लोन नहीं लिया है, जिस पर बैंक ने बताया कि फरीदाबाद, दिल्ली स्थित कंपनी मर्चेन्ट नेवी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आपके आधारकार्ड व एजुकेशन सर्टिफिकेट लगाकर आपके नाम से 5 लाख 60 हजार रुपए एजुकेशन लोन निकाला जा चुका है। बैंक ने यह भी बताया कि यह लोन ब्रजेश ओझा, निवासी न्यू हाउसिंग बोर्ड, कॉलोनी, मुरैना द्वारा निकाला गया है।
स्टेशन रोड थाने पहुंचा युवक
अपने साथ हुए फर्जीवाड़े को लेकर युवक स्टेशन रोड थाने पहुंचा तथा थाना प्रभारी आशीष राजपूत को पूरी बात बताई। इसके बाद थाना प्रभारी ने संबंधित कंपनी के उस आरोपी ब्रजेश ओझा, निवासी न्यू हाउसिंग बोर्ड, कॉलोनी, मुरैना के खिलाफ युवक के दस्तावेजों द्वारा फर्जी तरीके से लोन निकालने को लेकर मामला दर्ज कर लिया है।
