लोकमतसत्याग्रह/गजराराजा मेडिकल कालेज के अंतर्गत संचालित नर्सिंग कालेज जयारोग्य अस्पताल परिसर में संचालित हो रहा है। जहां पर पर्याप्त स्थान न होने से महज 4 कमरों के कक्ष में कालेज का संचालन हो रहा है। हालात यह हैं कि विद्यार्थियों की परीक्षा कराने के लिए भी कक्ष उपलब्ध नहीं होते ऐसे में उन्हें खुली पाटोर में बैठा दिया जाता है। इस परेशानी को देखते हुए नर्सिंग कालेज काे माधव डिस्पेंसरी में शिफ्ट किया जाएगा। माधव डिस्पेसंरी में फौरंसिक विभाग और उसके बगल से बने वार्ड कालेज को दे दिए जाएंगे। जहां पर क्लास भी संचालित की जा सकेंगी और स्टाफ के लिए बैठने को स्थान भी उपलब्ध रहेगा। जेएएच के अधीक्षक डा आरकेएस धाकड़ का कहना है कि 30 बेड के ट्रामा सेंटर में प्रतिदिन 40 से 50 मरीज नए आते हैं ।यहां पर दूर दराज से सड़क हादसे में घायल मरीज आने से उन्हें बेड की आवश्यकता होती है।मरीजों की संख्या अधिक और जगह की कमी परेशानी का कारण बनती है। इसलिए इसका विस्तार करना जरुरी है। ऊपर से मिले निर्देश पर नेत्ररोग विभाग का 60 बेड के वार्ड को ट्रामा सेंटर काे देने का निर्णय लिया गया है। जिसमें मरीजों के आवागमन के लिए लिफ्ट या रैंप बनेगा।
माधव डिस्पेंसरी के रेडियोलाजी विभाग को टीबी अस्पताल बना दिया गया है। माधव डिस्पेंसरी के बाहर संचालित होने वाला टीबी अस्पताल खाली हो चुका है। उसे माधव डिसपेंसरी के रेडियोलाजी विभाग में शिफ्ट करा दिया गया। एक्सरे और अल्ट्रासाउंड के लिए दो अलग अलग ब्लाक बने हुए थे उन दोंनो में ही टीबी अस्पताल रहेगा। अस्पताल में आवागमन का रास्ता पीछे की तरफ रहेगा। जिससे टीबी मरीजों को आने जाने में व्यवधान न हो और उनके संपर्क में अन्य मरीज न आ सकें। अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल के ट्रामा सेंटर पर मरीजों का बोझ बढ़ता जा रहा है। जिसको देखते हुए उसका विस्तार किया जाएगा। 30 बेड के ट्रामा सेंटर को बढ़ाकर 90 बेड का किया जाएगा। जिसके लिए माधव डिस्पेंसरी के दूसरे मंजिल पर खाली पड़ा नेत्ररोग विभाग का 60 बेड का वार्ड,ट्रामा सेंटर को दे दिया जाएगा। ट्रामा के मरीजों को दूसरी मंजिल तक ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने पीडब्ल्यूडी से रैंप बनाने या फिर लिफ्ट लगाने की मांग की है। जिसके लिए जल्द ही पीडब्ल्यूडी प्रस्ताव बनाकर देगा। इसके अलावा माधव डिस्पेंसरी के एक हिस्सा टीबी अस्पताल के लिए दे दिया गया है तो दूसरे हिस्से में नर्सिंग कालेज का संचालित कराने की योजना है।
