लोकमतसत्याग्रह/इंदौर में 3 दिनी प्रवासी भारतीय सम्मेलन के समापन के बाद बुधवार को 2 दिनी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट शुरू हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली समिट का उद्घाटन किया। PM मोदी ने कहा- विकसित भारत के निर्माण में मप्र की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। मप्र आस्था, आध्यात्म से लेकर पर्यटन, स्किल डेवलपमेंट और एजुकेशन में अजब भी है, गजब भी है और सजग भी है। ये समिट तब हो रही है जब भारत की आजादी का अमृत काल शुरू हो चुका है। हम सभी मिलकर विकसित भारत के निर्माण के लिए जुटे हुए हैं। जब हम विकसित भारत की बात करते हैं तो ये हमारा सिर्फ एस्पीरेशन नहीं बल्कि हर भारतीय का संकल्प है।
PM मोदी ने कहा- भारत विश्व के कई देशों से बहुत अच्छी स्थिति में है। भारत इस साल जी-20 ग्रुप में भी बढ़ती हुई इकॉनोमी वाला देश है। एक ताजा सर्वे में बताया गया कि विश्व के ज्यादातर इनवेस्टर्स भारत को पसंद कर रहे हैं। भारत इज ऑफ लिविंग एंड ईज ऑफ बिजनेस पर काम कर रहा है।
GIS के ताजा अपडेट्स…
- अडानी ग्रुप ने मध्यप्रदेश में निवेश का प्रस्ताव दिया।
- आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, CM शिवराज जी ने कुछ दिन पहले कहा था कि पाव में चक्कर, मुंह में शक्कर और माथे पर बर्फ – यही जनप्रतिनिधियों के लिए मंत्र है। आपके शासन की शैली वाकई में सराहनीय है। दुनिया भर की इकॉनोमी चुनौती भरे मोड़ पर है। भारत की इकॉनोमी हमें भड़कती हुई, दमकती हुई दिख रही है। इसी सुनहरे अवसर पर भारत ने जी-21 की कमान संभाली है। आदित्य बिड़ला ग्रुप का कुटुम्ब दुनिया के 36 देशों में समाया हुआ है। मप्र देश का दिल है। देश का हृदय हमारा मप्र है। अगले 5 साल में 60 हजार करोड़ का निवेश मप्र में करेंगे। आदित्य बिड़ला ग्रुप हर कदम मध्यप्रदेश के साथ चलेगा।
- एन चंद्रशेखर ने कहा, टाटा ग्रुप मध्यप्रदेश में विभिन्न सेक्टर्स में इन्वेस्ट करने को लेकर विचार कर रहा है।
फोर्ड ग्रुप के चेयरमेन बोले– MP को अब ‘मॉडल प्रदेश‘ कहा जाए…
फोर्ड मोटर्स ग्रुप के चेयरमेन अभय फिरोदिया ने कहा- मेरा और मेरा उद्योग का मप्र से 35 वर्ष से संबंध है। जब हम यहां आए तो भारत सरकार ने जबरन भेजा था। पहले 15 वर्ष कठिन थे। न पानी था, न बिजली। सरकार की ओर से सुनवाई नहीं होती थी। अब मप्र बदल गया है। मप्र का जो उत्कर्ष हुआ उसके कई कारण हैं। पहला मुद्दा लोग हैं। मप्र के संस्कार और समाज मेरी दृष्टि से भारतीय मूल्यों से समृद्ध है। यहां आप कौन हैं, इससे फर्क नहीं पड़ता। मप्र के लोगों का डेडिकेशन, कमिटमेंट सब उच्च कोटी की लगती है। मप्र के विकास में यहां की जनता का सबसे बड़ा योगदान है। इंदौर शहर को मैंने टूटा-फूटा गंदा देखा है। आज भारत का सबसे स्वच्छ शहर है। इसमें लोगों का इन्वॉल्वमेंट जबरदस्त है। किसी भी उद्योगपति को सोचना होगा ऐसा वातावरण कहां मिलेगा।
फिरोदिया ने कहा- दूसरी बात प्लेस है। मप्र सेंट्रल में है। जैसे भारत बढ़ेगा, मप्र भी बढ़ेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर भी जरूरी है। ये मप्र में सुधरा है। पॉलिसीज… सरकार किस तरह से इसे देखती है। ये भी देखना जरूरी है कि एम्प्लायमेंट स्टेबल है क्या? यहां की ब्यूरोक्रेसी ने भी उद्योग की तरफ आस्था से देखा और मदद करती है। तीसरी बात- मध्यप्रदेश को MP कहते हैं। मेरे मन में एक बात है कि मध्यप्रदेश को मॉडल प्रदेश कहा जाए। इसका नाम बदला जाए। यहां जो हुआ है वो मॉडल ही है।
PM मोदी– विभिन्न सेक्टर के रिफॉर्म पर ये कहा…
PM ने कहा- एक निर्णायक सरकार, सही नीयत से चलने वाली सरकार विकास को गति देकर दिखाती है। विकास के लिए सभी फैसले उतनी ही तेजी से लिए जाते हैं। आपने भी देखा है हमने बीते 8 वर्षों में रिफॉर्म की स्पीड को बढ़ाया है। बैंकिंग सेक्टर में रिकैपिटलाइजेशन और गवर्नर से जुड़े रिफार्म हों, GST के रूप में वन नेशन वन टैग जैसा सिस्टम बनाना हो, छोटी-छोटी गलतियों को ठीक करना हो… ऐसे कई रोड़े हमने इनवेस्टमेंट के नजरिए से हटाए हैं।
PM ने प्राइवेट सेक्टर्स पर ये कहा…
डिफेंस, माइनिंग और स्पेस जैसे स्ट्रैटेजिक सेक्टर्स को खोल दिया
PM मोदी ने कहा- आज का नया भारत अपने प्राइवेट सेक्टर की ताकत पर भी भरोसा करते हुए आगे बढ़ रहा है। हमने डिफेंस, माइनिंग और स्पेस जैसे अनेक स्ट्रैटेजिक सेक्टर्स को भी प्रावइेट सेक्टर्स के लिए खोल दिया है। दर्जनों लेबर लॉज को फोर कोड्स में समाहित करना भी अपने आप में बहुत बड़ा कदम है। कम्पलाइजेशन के बोझ को कम करने के लिए केंद्र और राज्य दोनों के स्तर पर अभूतपूर्व प्रयास चल रहे हैं। बीते कुछ समय में करीब 40 हजार कम्पलाइजेशन को हटाया जा चुका है।
सिंगल विंडो सिस्टम पर बोले….
इससे 50 हजार स्वीकृतियां दीं
PM ने कहा- हमने सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया। जिससे मप्र जुड़ चुका है। इससे अभी तक लगभग 50 हजार स्वीकृतियां दी जा चुकी हैं। भारत का आधुनिक होता इंफ्रा हो रहा है। भारत में एक नेशनल प्लेटफार्म पर देश की सरकार, एजेंसियां और इनवेस्टर्स से जुड़ा अपडेटेड डाटा रहता है। भारत दुनिया के सबसे कॉम्पिटिटिव लॉजिस्टिक प्लेटफार्म के रूप में अपनी पहचान बनाने के लिए कमिटेड है। इसी लक्ष्य के साथ हमने नेशनल इनवेस्टर्स पॉलिसी लागू की है।
डिजिटल नेटवर्क पर कहा…
भारत स्मार्टफोन डेटा कंजप्शन में नंबर वन
प्रधानमंत्री ने कहा- भारत स्मार्ट फोन डेटा कंजप्शन में नंबर वन है। ग्लोबल इंटेक में नंबर वन है। भारत आईटीवीपीएन आउटसोर्सिंग में नंबर वन है। भारत तीसरा बड़ा एबुऐशन मार्केट और ऑटो मार्केट है। भारत के डिजिटल इंफ्रा को लेकर आज हर कोई विश्वास से भरा हुआ है। भारत एक तरफ गांव-गांव तक आप्टिकल फायबर नेटवर्क पहुंचा रहा है। वहां तेजी से 4जी नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। 5जी से हर इंडस्ट्री और कंज्यूमर के लिए इंटरनेट ऑफ थिंiग्स से लेकर एआई तक जो भी नए अवसर बन रहे हैं वो भारत में विकास की गति को और तेज करेंगे। इन प्रयासों से ही आज मेक इन इंडिया को ताकत मिल रही है।
प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम…
दुनिया भर के इंवेस्टर्स में पॉपुलर हो रही
PM ने कहा- मेन्यूफैक्चरिंग की दुनिया में भारत तेजी से अपना विस्तार कर रहा है। प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के तहत ढाई लाख करोड़ से अधिक के इंसेटिव की घोषणा की जा चुकी है। ये दुनिया में पॉपुलर हो रही है। ये स्कीम से दुनिया भर के इंवेस्टर्स में पॉपुलर हो रही है। इससे अब तक करीब चार लाख करोड़ प्रोडक्शन हो चुका है। मप्र में भी सैकड़ों करोड़ का निवेश आया है। मप्र को बड़ा टेक्सटाइल हब बनाने में इसका बड़ा योगदान है। इस स्कीम का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं। आप सभी को ग्रीन एनर्जी को लेकर भारत की आकांक्षा से जुड़ना चाहिए। हेल्थ, एग्रीकल्चर, न्यूट्रीशियन हर लिहाज से भारत में नई संभावनाएं आपका इंतजार कर रही है। ये भारत के साथ-साथ एक नई ग्लोबल सप्लाई चेन के निर्माण का अवसर है। मप्र का सामर्थ्य और संकल्प आपकी प्रगति में दो कदम आगे चलेंगे।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल बोले– मप्र उभरता हुआ हीरा है
केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी इन्वेस्टर्स समिट को वर्चुअल संबोधित किया। पीयूष गोयल बोले- मध्यप्रदेश भी हमारा एक उभरता हुआ हीरा है और मेरा पूरा विश्वास है, अटूट विश्वास है मप्र आगे चलकर देश की अर्थव्यवस्था को गति भी देगा। नए-नए अवसरों के साथ उद्योग जगत को आमंत्रण भी करेगा। उन्होंने कहा- मध्यप्रदेश के लिए यह सही समय है। इनवेस्टर्स के लिए यह अच्छा समय है। मध्यप्रदेश तेजी से ग्रोथ कर रहा है।
CM बोले– मप्र ने स्वागत में पलक–पांवड़े बिछाए
इससे पहले केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल और मप्र के मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने दीप प्रज्ज्वलित किया। CM ने गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी का स्वागत किया। CM ने कहा- आप सभी का हृदय से स्वागत करता हूं। मप्र ने पलक पांवड़े बिछाकर आपका स्वागत किया है। मांडने बने हैं, रोशनी से शहर सजा है। मैं प्रदेश की जनता की ओर से सभी का स्वागत करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल यूएसए से वर्चुअली जुड़े।
समिट में ये ले रहे हिस्सा…
कुमार मंगलम बिड़ला, चेयरमैन आदित्य बिड़ला ग्रुप; नोयल एम टाटा, चेयरमैन टाटा इंटरनेशनल; प्रणव अडानी, MD अडानी ऑइल एग्रो एंड गैस; संजीव पुरी, CMD, IT; संजय किर्लोस्कर, CMD, किर्लोस्कर ब्रदर्स; अजय पिरामल, पिरामल इंटरप्राइजेस; संजीव बजाज, CMD, बजाज फिनसर्व; राघवपत सिंघानिया, MD, जेके सीमेंट; संजीव मेहता, CMD, हिंदुस्तान यूनिलीवर; नादिर गोदरेज, गोदरेज इंडस्ट्रीज; अभय फिरोदिया, चेयरमैन, फोर्स मोटर्स; पुनीत डालमिया, MD डालमिया भारत ग्रुप; एसएन सुब्रमनियम, CMD, L&T; एम ए युसूफ अली, CMD, लूलू ग्रुप; राकेश भारती मित्तल, वाइस चेयरमैन, भारती इंटरप्राइजेस; डॉ. नरेश त्रैहान, चेयरमैन मेदांता ग्रुप।
पहले दिन दोपहर 2 बजे से 5 समानांतर सत्र होंगे…
- एग्रीकल्चर, फूड एण्ड डेयरी प्रोसेसिंग, फार्मास्युटिकल एंड हेल्थ केयर, नेचुरल गैस एंड पेट्रो केमिकल्स सेक्टर, रिन्यूवल एनर्जी विषय पर होंगे।
- दोपहर 3 बजे से टेक्सटाइल और गारमेंट विषय पर विशेष सत्र भी होगा।
- शाम 4 से 5:30 बजे तक आईटी, पर्यटन, लॉजिस्टिक एंड वेयर-हाउसिंग, अर्बन एरिया में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेव्हलपमेंट विषय पर सत्र होंगे।
- शाम 4:30 से ऑटो मोबाइल एंड ऑटो कम्पोनेंट विषय पर विशेष सत्र होगा।
दूसरे दिन सुबह 11 बजे शुरू होंगे सत्र
- सुबह 11 से मध्यप्रदेश से निर्यात की संभावनाएं, सामाजिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए वित्तीय सहायता, एक्सेस मध्यप्रदेश कम्पलीट बिजनेस सॉल्यूशन और इण्डिया तथा इजरायल, यूएसए और यूएई (12यू 2) समूह साझा निवेश पर चर्चा होगी।
- दोपहर 12.15 बजे से भारत की 5 ट्रिलियन की इकॉनोमी में मध्यप्रदेश का योगदान, एयरो स्पेस और डिफेंस, भारत में मैन्युफैक्चरिंग को गति देने में मध्यप्रदेश का योगदान और शिक्षा और कौशल विकास पर निवेशकों के बीच चर्चा होगी।
- दोपहर 2 से 3 बजे के बीच मध्यप्रदेश में स्टार्टअप के लिए अनुकूल वातावरण पर चर्चा होगी।
आकर्षण का केंद्र है प्रदर्शनी
समिट में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इसमें मध्यप्रदेश पवेलियन है, जो औद्योगिक बुनियादी ढांचे, मौजूदा और आगामी औद्योगिक पार्कों, प्रमुख निवेश परियोजनाओं को प्रदर्शित कर रहा है। इसमें राज्य के विभिन्न पहलुओं जैसे विरासत, संस्कृति, वन्य-जीवन आदि को भी कवर किया गया है। एक लाख वर्गफीट में फैले विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों को प्रदर्शित करने के लिए 100 से अधिक उद्योगों द्वारा स्टॉल लगाए जाएंगे। प्रतिभागियों को जानकारी देने के लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) रोबोट भी होंगे।
प्रदेश की संस्कृति से भी करा रहे रूबरू
राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि को प्रदर्शित करने के लिए एक “सांस्कृतिक क्षेत्र” भी बनाया जाएगा, जिसमें स्थानीय एवं जनजातीय कला जैसे गोंड पेंटिंग, भील पेंटिंग, जरी-जरदोजी, जूट, बाग प्रिंट, बूटिक प्रिंट, गुड़िया, बांस कला, घंटी कारीगरों द्वारा धातु शिल्प और हथकरघा जैसे चंदेरी और महेश्वरी वस्त्रों आदि का प्रदर्शन किया जाएगा।
NRI समिट के तुरंत बाद इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 11-12 जनवरी को होने वाली है। इससे पहले शिवराज सरकार के कार्यकाल में हुईं 6 समिट में 17 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए, जिसमें से जमीन पर डेढ़ लाख करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट उतरे हैं। सरकार का दावा है कि पिछले 15 साल में समिट के माध्यम से मध्यप्रदेश में आए निवेश से 2 लाख 37 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है।
शिवराज सरकार का फोकस इस बार ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल और फार्मा सेक्टर पर है। मुख्यमंत्री ने राज्य में निवेश के लिए दिल्ली, मुंबई, पुणे और बेंगलुरु में रोड शो आयोजित किए हैं। उन्होंने विभिन्न देशों के संभावित निवेशकों के साथ भी बातचीत की है। इस बार स्थिति सकारात्मक नजर आ रही है। एमपी को चुनौती उत्तर प्रदेश से है, जहां 10 से 12 फरवरी के बीच इसी तरह की समिट होना है। यूपी की योगी सरकार पिछले 8 महीने से इसकी तैयारी में जुटी है।
