लोकमतसत्याग्रह/पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को दिल्ली पुलिस ने गन रखने का लाइसेंस दिया है। उन्होंने दिल्ली पुलिस से अपील की थी कि उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इसलिए आत्मरक्षा के लिए उन्हें बंदूक रखने की इजाजत चाहिए। उनकी रिक्वेस्ट को पुलिस ने मान लिया है।
पिछले साल 26 मई को उन्होंने एक टेलीविजन डिबेट में पैगंबर मोहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं हुईं। इस बयान से नाराज कई लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर खुलेआम जान से मारने की धमकियां देनी शुरू कर दीं।
सुप्रीम कोर्ट ने भी नूपुर के बयान को भड़काऊ बताया था
सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें इस बयान को लेकर माफी मांगने को कहा था। कोर्ट ने कहा कि नूपुर ने टेलीविजन पर धर्म विशेष के खिलाफ उकसाने वाली टिप्पणी की। उन्होंने लोगों की भावनाएं भड़काई हैं और देशभर में जो कुछ भी हो रहा है, उसकी जिम्मेदार नूपुर ही हैं। उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है।
कोर्ट ने कहा था कि उन्होंने ऐसा बयान देकर पूरे देश को आग में झोंक दिया। पुलिस के मुताबिक, नूपुर ने बताया कि कोर्ट की ऐसी टिप्पणी के बाद उन्हें पहले से भी ज्यादा धमकियां मिलने लगीं।
भाजपा ने प्रवक्ता पद से हटा दिया था
इस बयान के बाद देशभर के कई इलाकों में लोगों ने नूपुर के खिलाफ एक्शन की मांग की थी। ईरान और कतर जैसे कई इस्लामिक देशों ने भी नूपुर के बयान का विरोध किया था, जिसके बाद भाजपा ने जून में नूपुर शर्मा को प्रवक्ता पद से हटाया और फिर 6 साल के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया।
सस्पेंड होने के बाद नूपुर ने अपना बयान वापस ले लिया था। नूपुर ने सोशल मीडिया पर कहा- टीवी डिबेट में मेरे भगवान के खिलाफ विवादित बोल बोले जा रहे थे, जो मुझे बर्दाश्त नहीं हुआ। इसी रोष में आकर मैंने कुछ आपत्तिजनक कह दिया, जिसे अब बिना शर्त वापस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को दुख पहुंचाने की नहीं थी।
नूपुर के समर्थन में आए लोगों को भी मिलीं धमकियां
उनके समर्थन में आने वाले लोगों को भी धमकियां मिलीं, वहीं दो समर्थकों की हत्या भी हुई। पहली हत्या महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे की हुई, वहीं कुछ दिनों बाद उदयपुर में एक टेलर को उसकी दुकान में ही मार डाला गया।
नूपुर शर्मा के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि नूपुर की सुरक्षा को लेकर खतरा बहुत ज्यादा बढ़ गया है। यह वाकई एक गंभीर खतरा है। नूपुर को सोशल मीडिया पर कई लोगों ने सिर धड़ से अलग करने की धमकी दी थी। इसमें अजमेर दरगाह का कर्मचारी और उत्तर प्रदेश का रहने वाला एक शख्स शामिल है।
