लोकमतसत्याग्रह/शहर की विद्युत वितरण व्यवस्था को सुधारने के लिए 151 करोड़ रुपए की लागत से रिंगमेन का निर्माण किया जाएगा। यह रिंग रोड की तर्ज पर बनाया जाएगा। रिंगमेन इंदौर में है। अब इंदौर की तरह ग्वालियर में भी रिंगमेन बाया जाएगा। साथ ही सिकंदर कंपू पर 132 केवी का नया उपकेंद्र प्रस्तावित है। इससे शहर की बिजली की जो परेशानियां है, वह खत्म हो जाएगी। यह जानकारी ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने रविवार को पत्रकार वार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि पहले आंकलित खपत की काफी शिकायतें रहती थी, लेकिन अब आंकलित खपत के बिल कम किए हैं। पोल के हिसाब से उपभोक्ताओं की जानकारी सुधारी गई है। उपभोक्ता की संतुष्टि के लिए सहायक यंत्री अपने जोन के 10 उपभोक्ताओं से हर दिन बात करते हैं। स्मार्ट व सेमी स्मार्ट मीटर भी लगाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगने की वजह से बिल में गड़बड़ी थमेगी। कंपनी 32 लाख स्मार्ट मीटर खरीदने जा रही है। दो साल में यह लगना शुरू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि अति उच्च दाब फीडरों पर ट्रिपिंग 18 फीसद व उच्च दाब फीडर पर छह फीसद कम हुई है। इससे उपभोक्ताओं को 14 प्रतिशत अधिक बिजली प्रदाय हो सकी। पोल आधारित इंडेक्सिंग की गई है। इससे फाल्स बिलिंग की शिकायतों में कमी आएगी। पहले चरण में 23 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। अमर कंटक में 4666 करोड़ की लागत से 660 मेगावाट की क्षमता की नई इकाई की स्थापना प्रस्तावित है। फोटो आधारित रीडिंग की है। इससे बिलिंग की गलतियों में कमी आई है। पत्रकार वार्ता के दौरान मुख्य महाप्रबंधक राजीव गुप्ता, महाप्रबंधक सिटी सर्किल नितिन मांगलिक आदि मौजूद थे। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के डायरेक्टर भी मौजूद थे।
