लोकमतसत्याग्रह/ग्वालियर में अग्निवीर की परीक्षा देने आए युवाओं का DSP संतोष पटेल ने सड़क पर ही इंटरव्यू लिया है साथ ही फेल होने पर उत्पात तो नहीं करोगे यह भी पूछा है। युवाओं से बातचीत में DSP की शायरी भी सोशल मीडिया पर सुर्खियां बनी हुई है। DSP कहते हैं “चीन-पाकिस्तान को धूल चटाने वाले हम हिंदुस्तान के बेटे हैं। दुनिया को मेहनत करने का हुनर सिखाने वाले हम किसान के बेटे हैं।’ इस पर युवा उम्मीदवारों में भी जोश भर गया। उन्होंने भी शायरी का जवाब शायरी से दिया है।
फिर DSP ने युवाओं को समझाया कि अग्निवीर क्या होते हैं। किसान का बेटा जब फौजी बनता है, तो कितनी खुशी होती है। कड़कड़ाती ठंड में युवा पुलिस अफसर ने परीक्षा देने आए युवाओं का मनोबल तो बढ़ाया ही साथ ही उनको जागरूक किया कि असफल भी होते हैं, तो उपद्रव न करें।
ग्वालियर के घाटीगांव सर्कल के SDOP संतोष पटेल जब से ग्वालियर आए हैं। किसी न किसी बात को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चित बने हुए हैं। कभी वह हाइवे पर राहगीर को पुलिस के हूटर के साउंड की बारीकियां समझाते हुए नजर आते हैं, तो कभी वह सड़क किनारे ठंड से कप रहे राहगीर को अपने ऊनी कपड़े उतारकर दे देते हैं। इस पर उन्होंने मुरार छावनी इलाके में ड्यूटी के दौरान अग्निवीर परीक्षा देने आए युवाओं से बातचीत की और यह VIDEO भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। बातचीत में एक युवा बताता है कि पापा के सपने और कुछ पैसे उधार लेकर आया हूं, यहां से फौजी बनकर जाऊंगा मां का प्यार लेकर आया हूं।
डीएसपी ने पूछा सिलेक्शन नहीं हुआ तो हंगामा तो नहीं मचाओगे
DSP ने सड़क से गुजर रहे युवाओं से पूछा कि इतनी ठंड में आप आए हो यदि सिलेकशन नहीं हुआ तो हंगामा तो नहीं मचाओगे। इस पर युवा बोले कि किसान के बच्चे हैं यदि पास नहीं हुए तो वापस गांव जाकर खेती करेंगे। यहां DSP ने युवाओं को समझाया कि असफल हाेने पर शासकीय सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाना न किसान हित में है न देश हित में। यहां युवाओं ने वादा किया कि वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे।
मेरा फर्ज युवाओं को समझाना और मनोबल बढ़ाना है
DSP संतोष पटेल ने दैनिक भास्कर को बताया कि उनका उद्देश्य रात को परीक्षा देने आए युवाआंे का मनोबल बढ़ाना और उनको समझाना था कि असफल होने पर उपद्रव करना किसी के हित में नहीं है। बस मैंने अपना फर्ज निभाया है।
