लोकमतसत्याग्रह/इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर कर्तव्य पथ पर 50 विमान हिस्सा लेंगे। इसमें नौसेना का आईएल-38 भी शामिल होगा जिसे इस समारोह में पहली और शायद आखिरी बार प्रदर्शित किया जाएगा। यह जानकारी भारतीय वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
भारतीय वायुसेना के अधिकारी ने कहा, ‘इसे यहां गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान पहली बार और शायद आखिरी बार प्रदर्शित किया जाएगा। यह उन 50 विमानों में शामिल होगा, जो इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।’ अधिकारी के मुताबिक, आईएल-38 भारतीय नौसेना का एक समुद्री विमान है जिसने लगभग 42 वर्षों तक सेवा दी है।
दो भागों में होगा गणतंत्र दिवस परेड फ्लाईपास्ट
गणतंत्र दिवस परेड फ्लाईपास्ट को दो भागों में बांटा गया है। पहले भाग में प्रचंड विभिन्न संरचनाओं को प्रदर्शित करेगा। उसके बाद तिरंगा, ध्वज, रुद्र और बाज अपना प्रदर्शन दिखाएंगे। यह जानकारी रक्षा पीआरओ विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने दी।
इसके बाद क्रमशः टंगेल, वज्रंग, गरुड़, नेत्र, भीम, अमृत, त्रिशूल और विजय विभिन्न संरचनाओं को प्रदर्शित करते नजर आएंगे। जानकारी के मुताबिक, कुल 18 हेलीकॉप्टर, 8 ट्रांसपोर्टर विमान और 23 लड़ाकू विमान होंगे।
कर्तव्य पथ पर सीटों की संख्या घटी
वहीं रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने बताया कि गणतंत्र दिवस के आयोजनों में आम लोगों की भागीदारी इस वर्ष के समारोह का प्रमुख विषय है। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात है – 23 जनवरी को पराक्रम दिवस – जिसके साथ हम इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत करेंगे। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, कर्तव्य पथ पर सीटिंग प्लान नहीं के साथ बदला गया। सीटों की संख्या घटाकर 45,000 कर दी गई है। इन सीटों में से 32,000 सीटें इस साल आम जनता के लिए ऑनलाइन बुकिंग के लिए उपलब्ध होंगी, बीटिंग रिट्रीट में कुल सीटों की 10% सीटें ऑनलाइन बुकिंग के लिए उपलब्ध हैं।
‘श्रमयोगी’ बनेंगे समारोह का हिस्सा
मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि सेंट्रल विस्टा और नए संसद भवन के निर्माण के लिए काम करने वाले ‘श्रमयोगी’ इस समारोह का हिस्सा बनेंगे। इसके अलावा सब्जी और दूध बूथ विक्रेता गणतंत्र दिवस परेड के लिए विशेष आमंत्रित होंगे और गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य मंच के सामने बैठेंगे।
