लोकमतसत्याग्रह/ वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए मेयर इन काउंसिल (एमआइसी) द्वारा स्वीकृत किया गया 2110 करोड़ रुपये के सील बंद बजट को अब अंतिम निर्णय के लिए निगम परिषद पहुंचा दिया गया है। इस सीलबंद बजट को अब परिषद की बैठक में ही चर्चा के लिए खोला जाएगा। हालांकि सभापति और विपक्षी पार्षद इस मामले में विशेषज्ञों की राय ले रहे हैं कि बजट को पहले देखा जा सकता है या नहीं।
मेयर इन काउंसिल ने पिछले दिनों नए वित्तीय वर्ष के लिए लाभ का बजट पास किया था। इसमें आठ से 10 लाख रुपये के लाभ की संभावना बताई गई है। इस बजट की खास बात यह है कि इसमें महापौर, पार्षदों और वरिष्ठ पार्षदों द्वारा आर्थिक सहायता देने के लिए 2.78 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। इसमें महापौर की मौलिक सहायता निधि दो करोड़ और 66 पार्षदों व 12 वरिष्ठ पार्षदों के लिए एक-एक लाख रुपये रखे गए हैं। इसके अलावा अमृत फेज-2 के लिए 200 करोड़ रुपये सहित अन्य प्रविधान किए गए हैं। सभापति मनोज तोमर के अनुसार परिषद सचिव के अवकाश पर होने के कारण अभी बजट को खोलने का निर्णय नहीं हुआ है। जल्द ही बजट को लेकर परिषद की बैठक बुलाई जाएगी।
निगम अमले ने की पैच रिपेयरिंग
सुगम यातायात एवं नागरिकों की सुविधा के लिए नगर निगम द्वारा सड़कों की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को निगम के पैच रिपेयरिंग अमले ने अलापुर गोलंबर से हाइवे जाने वाली रोड पर, गुड़ा गुड़ी का नाका, कुशवाह गार्डन के पीछे चंदनपुरा, सेवा नगर, ख्वाजा नगर, रामाजी का पुरा, हस्सूखां की दरगाह के पास, द्वारिका सिटी, महाराजपुरा, आनंद नगर, हैलीपेड कालोनी, ट्रांसपोर्ट नगर, शीलनगर सहित अन्य क्षेत्रों में पैच रिपेयरिंग का कार्य किया गया।
