लोकमतसत्याग्रह/शहीद बीएसएफ जवानों के परिजन को उनकी कमी महसूस न हो साथ ही उन्हें पारिवारिक माहौल मिले इसके लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अकादमी टेकनपुर परिसर में वीरांगना के नाम से 30 और 65 आवासों की दो काॅलोनियां बसाई गईं हैं। इन काॅलोनियों में बीएसएफ के शहीद जवानों के परिवार रहते हैं।
इनकी हर परेशानी में बीएसएफ के अफसर और वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (वावा) के पदाधिकारी किसी परिवार के सदस्य की तरह साथ खड़े रहते हैं। शहीदों के छोटे बच्चों को परिसर में ही पढ़ाई की सुविधा मुहैया कराई जाती है। वहीं परिसर से बाहर पढ़ने वाले छात्र-छात्रांओ को छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
अकादमी में वीरांगनाओं को नौकरी भी
अकादमी परिसर में बनी वीरांगना कालोनियों में शहीद हुए जवानों के परिजन रहते हैं। शहीदों की शिक्षित वीरांगनाओं (पत्नी) को जरूरत होने पर अकादमी में अस्थायी नौकरी भी दी जाती है। अशिक्षित वीरांगनाओं को बीएसएफ के अस्पताल व कैंटीन में भी नौकरी दी जाती है।
हमले में गई आंखों की रोशनी, अब दे रहे हैं प्रशिक्षण
अकादमी परिसर में असिस्टेंट कमांडेंट संदीप मिश्रा भी परिवार के साथ रहते हैं। संदीप मिश्रा की एक हमले में अांखों की रोशनी चली गई थी। वह अकादमी में रहकर इन्फॉर्मेशन टेक्नाेलॉजी का प्रशिक्षण देते हैं।
