ग्वालियर: प्रदेश का पहला ग्रीन स्मार्ट स्कूल ग्वालियर के शिक्षा नगर में तैयार किया जा रहा है. प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिलने के बाद इस स्मार्ट स्कूल का निर्माण भी शुरू कर दिया गया है. स्कूल का निर्माण स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन द्वारा कराया जा रहा है, जिसे पूरा करने के लिए लगभग 18 महीने का समय रखा गया है. इस प्रोजेक्ट की लागत लगभग 13 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
इतना ही नहीं इस स्कूल में फसाड और स्टोन से कक्षाएं तैयार की जाएंगी, जिसके चलते न तो इन कक्षाओं में अधिक गर्मी लगेगी और न ही अधिक सर्दी. कमरों का तापमान हमेशा 22 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. डीपीसी रविंद्र सिंह तोमर ने बताया कि इस स्कूल को ऐसे बनाया जा रहा है कि यहां कक्षाओं में न तो दिन में लाइट जलानी पड़ेगी और न ही पंखों की जरूरत पड़ेगी. इस स्कूल को विशेष डिज़ाइन से तैयार किया जा रहा है.
बच्चों को मिलेंगी विशेष सुविधाएं
विद्यालय के प्रिंसिपल जेसी प्रजापति ने बताया कि स्कूल में वो सभी सुविधाएं होंगी जो मेट्रो सिटीज के प्राइवेट स्कूल्स में होती हैं. यहां विद्यार्थियों को आरओ वाटर, टॉयलेट, पॉल्यूशन फ्री वातावरण, वाहन पार्किंग, लिफ्ट जैसी विशेष व्यवस्था दी जाएंगी. यहां छात्रों की हर परेशानी का ध्यान रखा जाएगा.
स्कूल में मीटिंग लॉबी और वेटिंग रूम भी
स्मार्ट सिटी की सीईओ नीतू माथुर ने बताया कि स्कूल की कक्षाओं को हीट और ठंड से बचाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया जाएगा. कैंपस में ड्रेनेज की पूरी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही, स्कूल की बिल्डिंग में अत्याधुनिक फायर सिस्टम भी लगाया जाएगा. स्कूल के अंदर वेटिंग लॉबी और मीटिंग रूम जैसी व्यवस्थाएं भी दी जाएंगी. वहीं, दिव्यांग छात्रों और स्टाफ के लिए लिफ्ट की व्यवस्था की जाएगी. स्कूल में 1500 दोपहिया वाहनों की व्यवस्था रखी जाएगी. दिन में इस स्कूल में लाइट की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. इसी तरह की विशेष सुविधाओं के साथ इस विद्यालय को तैयार किया जा रहा है.
