लोकमतसत्याग्रह/ग्वालियर. ग्वालियर रेलवे स्टेशन से 10 साल पहले लापता हुआ 17 साल का नाबालिग लड़का नेपाल में मिला. वह अब 27 साल का हो चुका है. ग्वालियर जीआरपी ने 10 साल पहले रेलवे स्टेशन से लापता हुए नाबालिग को नेपाल से बरामद कर लिया है. जीआरपी ने नाबालिग की सूचना देने वाले को दस हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी और जगह-जगह पोस्टर छपवाए थे. लेकिन, उसका कुछ फायदा नहीं हुआ. दस साल बाद चमत्कार हुआ और एक मुखबिर ने नाबालिग को पहचान लिया. उसने पुलिस को बताया कि युवक नेपाल के धनुषा जिले में है. उसकी सूचना पर पुलिस ने उसे बरामद किया और घरवालों को सौंप दिया. उसे देख घरवाले भावुक हो गए.हालांकि, शख्स की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. जानकारी के मुताबिक, जहीर मोहम्मद कादरी बिहार के मधुबनी जिले के सुरयाही गांव में रहते हैं. उन्होंने ग्वालियर जीआरपी में 14 फरवरी 2013 को अपने बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, मुताबिक 29 जनवरी को उनका 17 साल का बेटा अब्दुल गफ्फार रिश्तेदार के साथ आंध्र प्रदेश से एपी एक्सप्रेस में सवार होकर दिल्ली आ रहा था. ग्वालियर में ट्रेन रुकने के दौरान अब्दुल पानी लेने प्लेटफॉर्म पर उतरा था. लेकिन, वह वापस ट्रेन में नहीं लौटा.
नेपाल में होने की खबर मिली
जब उन्हें बेटे के गुमशुदा होने की जानकारी मिली तो उन्होंने अपने गांव, जिले सहित अन्य स्थानों पर उसकी तलाश की. लेकिन, बेटे का पता नहीं चला. आखिर में पिता जहीर मोहम्मद ने 14 फरवरी 2013 को ग्वालियर जीआरपी में गुमशुदगी दर्ज कराई. अब्दुल 17 साल का नाबालिक था, लिहाजा जीआरपी ने इसमें अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था. जीआरपी लंबे समय से अब्दुल गफ्फार की तलाश कर रही थी लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया था. इसी बीच पोस्टर देख एक मुखबिर ने जीआरपी को नेपाल में होने की खबर दी.
युवक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं
उसके बाद जीआरपी ने अब्दुल का सुराग देने वाले को दस हजार रुपये देने की घोषणा की. दूसरी ओर, ऑपरेशन मुस्कान के तहत भी बच्चे की तलाश तेज हुई. जीआरपी थाना प्रभारी बबीता कठेरिय ने बताया कि 5 फरवरी को मुखबिर के जरिये सूचना मिली कि गुमशुदा युवक जैसा ही एक शख्स नेपाल में देखा गया है. सूचना मिलने के बाद ग्वालियर जीआरपी की नेपाल के मधेशा प्रांत के धनुषा जिले के खजूरी थाना ग्राम बलाहा सगरा पहुंची. गांव में अब्दुल गफ्फार मानसिक विक्षिप्त हालात में मिला. जीआरपी नेपाल प्रशासन की मदद से अब्दुल गफ्फार को लेकर ग्वालियर रवाना हुई. इसके बाद बिहार के मधुबनी जिले के जय नगर थाना के सुरयाही गांव में रहने वाले अब्दुल के परिजनों को खबर दी गई. 29 जनवरी 2013 को ग्वालियर की रेलवे स्टेशन से लापता हुआ 17 साल का अब्दुल गफ्फार अब 27 साल का हो चुका था.
