शहर की सड़कों पर लगता जाम,हर बार होता नया प्रयोग

लोकमतसत्याग्रह/शहरों की सड़कों पर जाम लगना बंद नहीं हो पा रहा है। जबकि यातायात पुलिस हर बार नया प्रयोग करती है। लेकिन शहरवाससियों को जाम से निजात नहीं मिल पा रही है। पड़ाव पर बना नया आवर ब्रिज सिंधिया कन्या विद्यालय की ओर पड़ाव चौराह की ओर से आने वाली सड़क पर उतरता है। जहां पर पुलिस अधिकारी डिवाइडर लगाकर यातायात व्यवस्था को बनाने के लिए नित्य नए प्रयोग करते हैं लेकिन हालात अभी तक नहीं सुधर सके।

रेलवे स्टेशन चौराह पर यातायात पुलिस ने डीबी माल की ओर से आने वाली सड़क को डिवाइडर से ब्लाक कर दिया। अब वाहन मानसिंह तोमर की मूर्ति तक आते और वहां से फिर राउंड देकर वापस पुराने आवर ब्रिज पर चढ़ते हैं। एलआईअसी तिराहे पर जाम न लगे इसको लेकर कई प्रयोग किए जा चुके हैं। एएसपी अभिनव चौकसे ने कई प्रयोग किए,अंत में तिराह पर रोटरी बनाने का निर्णय लिया। लेकिन रोटरी के लिए जो जगह चिन्हित की वह यातायात के हिसाब से सही नहीं थी। इसलिए जमीन पर रोटरी के लिए खुदाई बीच में ही बंद करादी गई और यातायात पुलिस की गुमटी रख कर समस्या को जस का तस छोड़ दिया गया। अचलेश्वर मंदिर से इंदरगंज तक पहुंचने वाले मार्ग पर पेट्रोल पंप के सामने चौराह पर डिवाइडर लगा रखे हैं। जिससे वहां पर अव्यवस्था फैल रही है।

इंदरगंज चौराह पर अचलेश्वर की ओर जाने वाले मार्ग पर डिवाइडर लगाकर बंद कर दिया। जिससे वहां पर अवैध पार्किंग होने लगी और रोशनी घर रोड पर वाहनों का दबाव और अधिक बढ़ गया। ऊंट पुल के पास कुकस रेस्टोरेंट के सामने डिवाइडर लगाए गए। जिससे वहां पर भी वाहन अवैध रुप से पार्क होने लगे इससे जाम की स्थिति बनी रहती है और आवगमन में परेशानी होती है। पाटनकर चौराह पर डिवाइडर हटा दिए जिससे यातायात सुगम हुआ। लेकिन पाटनकर चौराह से राम मंदिर चौराह को जोड़ने वाले रास्ते पर बैरिकेटिंग कर दी गई। जिससे वहां पर अवैध पार्किंग शुरू हाे गई इससे वहां पर जाम लग जाता है।गश्त के ताजिया से हरिनिर्मल टाकीज तक डिवाइडर लगा दिए गए। सड़क की चौड़ाई तकरीबन 40 फीट है,जिसके दोंनो ओर दुकानें होने से ग्राहकों के वाहन खड़े होते हैं। ऐसे में सड़क के बीचों बीच लगे डिवाइडर से वाहनों का आवगमन कठिन हो गया। इससे जाम की स्थित अधिक निर्मित हो रही है।

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