लोकमतसत्याग्रह/“प्लीज भगवान जी मेरा GD में सिलेक्शन हो जाए और करन से मेरी शादी हो जाए। सब मान जाएं, मेरे मम्मी-पापा खुश रहें। मेरी बहन अवंती की अच्छे घर में शादी हो जाए। मैं अच्छे से पढ़ाई करुं। प्लीज भगवान जी जो कुछ भी गलत सोचती हूं उसके लिए माफ करना और मैं कुछ भी गलत न सोचूं उसके लिए हेल्प करना। मेरा मन पढाई में लगे और कोई गलत विचार मन में न आए। प्लीज भगवान जी मेरे परिवार और मेरे करन के परिवार और देश की रक्षा करना। मेरा UP पुलिस व DP पुलिस की जीडी में सिलेक्शन करा दो। ऊ नम: शिवाय।’
बुधवार को ग्वालियर के चर्चित अचलेश्वर महादेव मंदिर की दानपेटी खोली गई हैं। इसमें लाखों रुपए का चंदा निकला है, पर उसके साथ ही कुछ प्रेम पत्र भी मिले हैं। जो इस प्रकार हैं। इन पत्र में लड़के-लड़की भगवान से अपने प्रेम और जॉब की मांग कर रहे हैं। कोई अब सब्र की हद होने की बात कह रहा है तो कोई लव मैरिज के लिए मां-पापा को तैयार करने के लिए कह रहा है।
बच्चों के खेलने के नोट दानपेटी में मिले
अचलेश्वर मंदिर की सभी 12 दान पेटियां तहसीलदार व 40 से अधिक ट्रस्ट के सदस्यों व प्रशासनिक अफसरांे की मौजूदगी में खोली गई। इनमें पांच-पांच सौ के 4 चिल्ड्रन बैंक के नोट (बच्चों के खेलने वाले नोट) मिले हैं। यह तो साफ है कि भगवान के साथ भी भक्तों ने धोखा किया है। उन्होंने चिल्ड्रन बैंक के नोट दानपेटी में डाले हैं। लोगों ने सोचा होगा कि भगवान को क्या पता चलेगा। पर जब दानपेटी खोली गईं तो दानपेटी खोलने वाली टीम आश्चर्य चकित रह गई।
15 लाख रुपए से ज्यादा का दान मिला
– अचलेश्वर महादेव मंदिर की दानपेटी में पांच पत्र भी मिले हैं जिनमें से दो प्रेम पत्र हैं तो दो अपने प्यार को पाने के लिए भगवान से गुहार लगाने वाले हैं। एक पत्र में नौकरी लगने के लिए मदद मांगी है। भक्तों द्वारा दिए गए दान की कुछ रसीद के अलावा भारी मात्रा में नकदी मिली है। सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक 11 लाख 60 हजार 600 रुपए की गिनती हो चुकी थी। तहसीलदार शुभ्रता त्रिपाठी ने कहा कि सर्वाधिक 10-10 के नोट मिले हैं जिनकी गिनती पेटियों में बंद होने से मशीन से संभव नहीं हो पा रही थी। मशीन में भी तकनीकी दिक्कत आ गई थी। तहसीलदार ने बताया कि नोट गिनने के लिए दो मशीनें बैंक से मंगवाई गई थी। सभी पेटियों में 2-2 हजार के आठ नोट निकलने की पुष्टि तहसीलदार ने की। आठ घंटे चली जांच के दौरान चांदी के नाग नागिन और महिलाओं के श्रृंगार का कुछ सामान भी मिला है।
पत्रों लिखकर भगवान से मांगा प्यार और जॉब
चिट्ठियों में प्यार और कामयाबी की बातें दानपेटी में मिली एक चिट्ठी में किसी भक्त ने अपने प्यार को लेकर फरियाद की। उसने कहा कि आप ही उससे मिलवा सकते हैं। बहुत सब्र कर लिया है, प्रभु अब आप हम दोनों को एक कर दो। एक अन्य भक्त ने कहा कि उसकी जीडी में चयन हो जाए। बहन की अच्छे घर में शादी हो जाए और माता-पिता सदा खुश रहें तथा उसकी शादी भी अच्छे घर में हो जाए। एक अन्य भक्त ने अचलनाथ को अंग्रेजी में पत्र लिखते हुए कहा कि उसे जॉब की जरूरत है, कृपया मदद करें।
मंदिर के आसपास नहीं बांटी जाएगी प्रसादी
SDM विनोद सिंह, उपायुक्त अमर सत्य गुप्ता ने शिवरात्रि की तैयारियां को लेकर भ्रमण किया। मंदिर के आसपास साफ-सफाई बनी रहे, इसके लिए प्रसादी के रूप में वितरित होने वाली फलहारी सामग्री के स्टाल इस बार मंदिर से कुछ दूरी पर चेंबर और टेलीफोन एक्सचेंज के आगे से लगवाए जाएंगे। प्रसाद और फूल की दुकानें मंदिर के दोनों तरफ कुछ दूरी पर लगेंगी। एसडीएम ने कहा कि जो लोग फलहारी प्रसादी वितरण या फिर प्रसाद और फूल की दुकान स्टाल लगाना चाहते हैं वे 16 फरवरी को दोपहर 2 बजे तक मंदिर में एकाउंटेंट वीरेंद्र शर्मा के पास आवेदन जमा कर दें। मंदिर में दर्शन के लिए इस बार वीआईपी व्यवस्था को अधिकारियों ने खत्म करने का निर्णय लिया है।