लोकमातसत्याग्रह/थाटीपुर थाना अंतर्गत जमीन की रजिस्ट्री के बाद कब्जा देने से विक्रेता ने इनकार कर दिया। जिसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ। इस पर पुलिस ने विक्रेता के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया। थाटीपुर थाना पुलिस ने बताया कि कमलेश जाटव ने मेहताव गुर्जर, रणवीर गुर्जर और राघवेन्द्र गुर्जर से पांच करोड़ रुपये में जमीन का सौदा किया था, लेकिन कमलेश जाटव ने डेढ़ करोड़ रुपये ही दिए, जिस पर मेहताव गुर्जर व उनके साथियों की ओर से आधा बीघा जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई। इस पर कमलेश ने उस जगह पर प्लाटिंग करने के लिए सड़क निर्माण व सीवर आदि का काम कराना शुरू कर दिया। जब प्लाटिंग करने की बात आई तो जमीन पर कब्जा लेने के लिए कमलेश पहुंचे तो उन्हें भगा दिया गया, क्योंकि विक्रेता के परिवार वालों ने यह कहते हुए जमीन पर कब्जा देने से रोक दिया कि यह उनकी पुस्तेनी जमीन है इसलिए वह नहीं बेचेंगे। इस पर कमलेश ने अपनी रकम वापस मांगी तो वह देने के लिए तैयार नहीं है। जब कमलेश ने सख्ती बरती तो उसके साथ बुरा बर्ताव किया और भगा दिया। थाना प्रभारी आनंद दौहरे का कहना है कि कमलेश की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।
जमीन का सौदा किया और किसी दूसरे को बेच दी
महाराजपुरा थाना अंतर्गत गिरगांव के रहने वाले हरीसिंह गुर्जर ने शिकायत करते हुए बताया कि उसने रामसेवक, आशीष और जितेन्द्र से जमीन का सौदा किया था। इसके लिए अग्रिम भुगतान भी कर दिया था, लेकिन रजिस्ट्री की जब बात आई तो यह लोग रजिस्ट्री करने के लिए तैयार नहीं थे। इस पर मैंने अपना पैसा वापस मांगा जो वापस भी नहीं कर रहे। बाद में पता चला कि जिस जमीन का सौदा हुआ था वह तो पहले ही बेची जा चुकी है। इस पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया।
