लोकमतसत्याग्रह/जीवाजी यूनिवर्सिटी ने 8 साल बाद नैक निरीक्षण सोमवार से शुरू होगा। छह सदस्यीय नैक टीम 3 दिन यहां रुकेगी और जेयू के अध्ययन- अध्यापन, रिसर्च, इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी व्यवस्थाएं देखेगी, इनका मूल्यांकन करेगी और इस आधार पर जेयू की ग्रेड तय होगी। अभी जेयू ए ग्रेड यूनिवर्सिटी है, उम्मीद की जा रही है कि पिछले आठ साल में हुई तरक्की के आधार पर ए प्लस ग्रेड तक जेयू को मिल सकती है। अगर ग्रेड में सुधार होता है तो विभिन्न रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए मिलने वाली ग्रांट भी बढ़ेगी।
तय शेड्यूल के अनुसार टीम सदस्य सुबह लगभग 9.30 बजे जेयू पहुंच जाएंगे। वर्ष 2015 में जेयू का नैक निरीक्षण हुआ था, तब ए ग्रेड मिली थी। इसके बाद जेयू में मल्टी आर्ट कॉम्पलेक्स, स्टडी सेंटर, नया फार्मेसी भवन, स्वीमिंग पूल जैसे नव निर्माण पूर्व कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला के कार्यकाल में शुरू हुए या निर्मित हो गए। इस दौरान रिसर्च आगे बढ़ी, कुछ रिसर्च के संंबंध में पेटेंट के लिए भी आवेदन किया गया है।
नैक टीम में यह हैं शामिल
नैक में गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर के डॉ. आलोक चक्रवाल, डॉ. हरीश कुमार शर्मा कुलपति महर्षि मार्कंडेश्वर डीम्ड यूनिवर्सिटी, डॉ.संजीव भानावत डायरेक्टर यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान, जयपुर, डॉ. हेमंत देशमुख डायरेक्टर संत गाडगे बाबा अमरावती यूनिवर्सिटी, , डॉ. सौरभ चंद्र रॉय चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी मीठापुर, पटना, डॉ. श्रीमथी एस माया प्रोफेसर मनिपाल अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन मनिपाल टीम में शामिल हैं।
यह रहेगा शेड्यूल
निरीक्षण कार्यक्रम के तहत सुबह 9.30 बजे टीम जेयू के राजमाता सिंधिया चौराहे स्थित गेट पर पहुंचेंगी। यहां पर उनका स्वागत किया जाएगा फिर विवेकानंद गार्डन पहुंचेंगे। टीम सदस्य विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी का प्रजेंटेशन देखेंगे। फिर नैक की टीम अध्ययनशालाओं का निरीक्षण करेगी।
