लोकमातसत्याग्रह/ग्वालियर में सारे काम बाद में पहले लाडली बहन बनने के लिए महिलाएं जोनल ऑफिस पहुंच रही हैं। सुबह 9 बजे से महिलाएं जोन ऑफिस पहुंच जाती हैं। यहां उन्हें टोकन मिलता है। घंटों इंतजार के बाद जब नंबर आता है तो सर्वर खलनायक बन जाता है। एक बार सर्वर ठप्प हुआ तो कुछ नहीं कहा जा सकता कि कब वापस लौटेगा। सोमवार को भी दिन भर यही हाल रहा। एक दिन में 60 से 70 रजिस्ट्रेशन ही हो पा रहे हैं।
कुछ महिलाएं टोकन मिलने के बाद भी निराश होकर लौटी हैं। जिन महिलाओं की E-KYC नहीं थी उनके लिए सेंटर पर ही E-KYC के इंतजाम किए गए हैं। कलेक्टर ग्वालियर अक्षय कुमार सिंह भी बार-बार सेंटर का निरीक्षण कर लाडली बहना योजना में कोई लापरवाही नहीं बरतने की चेतावनी दे रहे हैं। दैनिक भास्कर ने जोन 6 के वार्ड नंबर 31 व 32 के सेंटर पर पहुंचकर रजिस्ट्रेशन कराने आई महिलाओं के हाल जाने हैं।
लाडली बहना योजना के रजिस्ट्रेशन के पहले दिन सर्वर डाउन की समस्या के कारण रजिस्ट्रेशन कार्य धीमा रहा था, लेकिन सोमवार को भी सर्वर महिलाओं के लाडली बहना बनने के बीच में खलनायक बना रहा। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी दिन भर सर्वर डाउन की समस्या होती रही। हालांकि ग्वालियर शमर में लाडली बहना के रजिस्ट्रेशन का कार्य देर रात तक जारी रहा और महिलाओं का योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन किया गया। जिन केंद्रों पर सर्वर डाउन की समस्या रही वहां महिलाओं को टोकन देकर ऑफलाइन फॉर्म भरवाए गए हैं। इन महिलाओं को मंगलवार को अन्य आने वाली महिलाओं से पहले प्राथमिकता के साथ रजिस्ट्रेशन के लिए बुलाया जाएगा।
योजना लॉन्च के साथ ही चरम पर है उत्साह
दरअसल लाडली बहना योजना की लॉन्चिंग के साथ ही महिलाओं में इस योजना को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। इससे पूर्व E-KYC के लिए भी कॉमन सर्विस सेंटर और लोक सेवा केंद्रों के बाहर महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें देखी गई थी। वहीं, रजिस्ट्रेशन के लिए भी शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें सुबह से ही देखने को मिल रही हैं। महिलाएं सुबह से शाम तक सेंटर के बाहर बैठी नजर आ रही हैं।
कलेक्टर पंजीयन केन्द्रों के निरीक्षण कर रहे
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत ऑनलाइन फॉर्म भरने और E-KYC के काम में तेजी लाएँ। यह काम पूरी संवेदनशीलता और समर्पण भाव से करें। पंजीयन के लिए आने वाली महिलाओं को टोकन अवश्य दिए जायें, जिससे पंजीयन स्थल पर भीड़ जमा न हो और सुविधाजनक तरीके से फॉर्म अपलोड हो सकें। यह निर्देश कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने पंजीयन केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान दिए।कलेक्टर सिंह ने ठाठीपुर व मुरार क्षेत्र में पहुँचकर लाडली बहना के पंजीयन केन्द्रों और E-KYC कार्य का जायजा लिया है।
क्या है महिलाओं का कहना
- ग्वालियर निवासी रामदुलारी (48) का कहना है कि वह सुबह 9 बजे डफरन सराय स्थित रजिस्ट्रेशन सेंटर पहुंच गई थीं। उन्हें टोकन दिया और बताया कि एक घंटा लगेगा, लेकिन उसके बाद सर्वर डाउन हो गया। रामदुलारी अपने घर चली गईं और 12 बजे वापस लौट आईं। दोपहर 3 बजे तक उनका नंबर नहीं आया था। उनका टोकन नंबर 140 था, जबकि सेंटर के इंचार्ज का कहना है कि एक दिन में 60 से 70 रजिस्ट्रेशन ही हो पा रहे हैं।
- लीलावती (40) का कहना है कि सुबह 9 बजे आए थे और दोपहर 3 बज गए हैं। अभी तक नहीं नहीं आया है। टोकन नंबर 137 है। शनिवार, रविवार को भी आए थे। उनका कहना है कि आए हैं तो रजिस्ट्रेशन कराकर ही जाएंगे, क्योंकि लाडली बहना योजना उनके लिए ही बनी है।
- 41 वर्षीय रजनी सिंह का कहना है कि वह भी सुबह से ही बैठी हैं। अंदर सेंटर के लोगों ने कहा कि बाहर बैठ जाओ जब नाम बुलेगा तो आ जाना। क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे अभी उनको यह भी नहीं बताया है। पर वह अपने सारे दस्तावेज लेकर आई हैं।
सर्वर ठीक रहे तो दो मिनट का काम है
जोन छह के इंचार्ज राना सेन का कहना है कि महिलाओं को बताया गया है कि वह परेशान न हो उनको टोकन देकर आराम से बैठा दिया जाता है। सिर्फ दो मिनट में रजिस्ट्रेशन हो जाता है, लेकिन सर्वर डाउन हो जाने से परेशानी आती है। दिन में 70 से 80 ही रजिस्ट्रेशन हो पा रहे हैं।
क्या डॉक्यूमेंट लेकर आएं महिलाएं
- समग्र आईडी जिसमें उनका नाम हो लाएं
- अपना आधार कोर्ड जरुर लाएं
- समग्र आईडी से आधार लिंक होना चाहिए
- इसके अलावा ई-केवायसी होनी चाहिए
- जिस नंबर से आधार लिंक है उसको लाना जरुरी है
- क्योंकि रजिस्ट्रेशन के लिए OTP उसी मोबाइल नंबर पर आएगा
