सिंधियन होना बड़ी बात.. यहां लाखों फीस फिर भी चयन को कतार

लोकमातसत्याग्रह/सिंधिया स्कूल में पढ़ना मतलब सिंधियन होना है। देश के टाप 10 बोर्डिंग स्कूलों में शुमार सिंधिया स्कूल ग्वालियर फोर्ट में पढ़ना अपने आप में बड़ी बात मानी जाती है। वर्ष 1897 से ग्वालियर की शान बढ़ा रहे 110 एकड़ में फैले सिंधिया स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। इस स्कूल की प्रवेश प्रक्रिया बाकी बोर्डिंग स्कूलों से काफी अलग और रोचक है। यहां एडमिशन के लिए लंबी सूची रहती है। स्कूल की उप प्राचार्य स्मिता चतुर्वेदी बतातीं हैं कि छात्र को सबसे पहले यहां रजिस्ट्रेशन करना होता है। प्रवेश के लिए छात्र चाहें तो कुछ वर्ष पहले भी आवेदन कर सकते हैं या जिस साल प्रवेश लेना है उसी वर्ष आवेदन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद स्कूल प्रबंधन साल में नवंबर, जनवरी और मार्च में एप्टीट्यूड टेस्ट करवाता है। इस टेस्ट से गुजरने के बाद छात्र को स्कूल में प्रवेश मिल सकता है। सिंधिया स्कूल बाकी स्कूलों से मंहगा है, क्योंकि प्रवेश के समय 13 लाख 25 हजार फीस जमा करना होती है। हालांकि स्कूल में दी जाने वाली शिक्षा और सुविधाएं भी संभ्रांत वर्ग को पसंद आती हैं।

इस तरह बनें सिंधियन द्यपूरे वर्ष में कभी भी आनलाइन, फोन के माध्यम से या स्कूल में जाकर प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएं। द्यअपेक्षित शुल्क और स्थानीय नगर निगम से जारी जन्म प्रमाण पत्र की प्रति, पिछली कक्षा का रिपोर्ट कार्ड और आवेदक के तीन स्व-सत्यापित पासपोर्ट साइज फोटो के साथ भरा हुआ रजिस्ट्रेशन फार्म जमा करें। द्यस्कूल द्वारा तय होने पर नवंबर, जनवरी, मार्च में एप्टीट्यूड टेस्ट में शामिल हों। द्यइसके बाद छात्रों को स्कूल द्वारा प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा, जिसमें शामिल हों। द्यइस प्रक्रिया में छात्र को थिएटर, म्यूजिक, आर्ट, डांस जैसे कई स्किल्स ग्रुप एक्टिविटी में शामिल होना होता है। द्यइसके आधार पर छात्र की क्षमताओं का आंकलन किया जाता है, छात्रों को प्वाइंट दिए जाते हैं, जिसके आधार पर छात्र-छात्राओं को प्रवेश मिलता है।

सिंधिया स्कूल के सितारे देश-विदेश में चमक रहे सिंधिसन की सूची में देश-विदेश में नाम कमा रहे सितारे भी शुमार हैं। चाहे बात करें फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप की या अभिनेता सलमान खान व अरबाज खान की सभी सिंधिया स्कूल का हिस्सा रहे हैं। ब्राडकास्ट पर अपनी आवाज से दुनिया भर में चितपरिचित अमीन सियानी से लेकर म्यूजिक इंडस्ट्री के बेताज बादशाह आनंद शंकर, मीत ब्रदर्स, नितिन मुकेश भी सिंधियन हैं। स्कूल की उप प्राचार्य स्मिता चतुर्वेदी ने बताया कि उनके स्कूल में संगीत और फाइन आर्ट्स का विभाग सबसे बेहतर है। यहां छात्रों को उनकी रुचि के हिसाब से कलात्मक रूप से तैयार किया जाता है।

अंतिम चरण में प्रवेश प्रक्रिया: विशेष परिस्थिति में जून में टेस्ट

– यदि किसी छात्र ने मार्च में आकर रजिस्ट्रेशन करवाया है और किसी कारण से एप्टीट्यूड टेस्ट में शामिल नहीं हो सका है तो उसे अप्रैल से लेकर जून माह के अंतिम वीकेंड में टेस्ट में शामिल होने का मौका मिलता है। यह ध्यान रहे, जून में अंतिम मौका होता है, इसके बाद कोई मौका नहीं मिलता।

– सेक्शन के आधार पर एडमिशन: सिंधिया स्कूल में विद्यार्थियों की सीटें सीमित होती हैं। 6वीं, 7वीं और 8वीं कक्षा में प्रवेश के लिए सेक्शन के हिसाब से सीटें तय हैं। एक सेक्शन में 25 सीटें होती हैं, जिसमें 6वीं के लिए एक सेक्शन, 7वीं में दो सेक्शन और 8वीं में चार सेक्शन में प्रवेश मिलता है। 9वीं और 11वीं कक्षा में विशेष स्थिति में मेरिट के आधार पर ही प्रवेश मिलता है।

– 13.25 लाख में मिलेगा प्रवेश: प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन फीस (नान रिफंडेबल) 18 हजार 500 और एप्टीट्यूड टेस्ट फीस 6500 जमा करनी होती है। इसके बाद वन टाइम फीस में एडमिशन फीस (नान रिफंडेबल) दो लाख रुपये, काशन मनी तीन लाख रुपये देना होगा। इसके बाद छात्र को स्कूल फीस (नान रिफंडेबल) के रूप में आठ लाख 25 हजार देना होंगे। छात्र को कुल 13 लाख 25 हजार रुपये चुकाने होंगे।

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