लोकमतसत्याग्रह/भिंड के युवक को आयकर विभाग द्वारा 113.8 करोड़ रुपये आयकर जमा करने का नोटिस थमाए जाने के बाद ग्वालियर में ईओडब्लू ने एक बार फिर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में कथित फर्जी खाते के संबंध में एक्सिस बैंक प्रबंधन को जानकारी देने के लिए पत्र लिखा गया है। जांच अधिकारी नम्रता भदौरिया का कहना है कि इस मामले में 2020 में पहला नोटिस मिलने की शिकायत के बाद जांच शुरू की गई थी परंतु हर बार बैंक प्रबंधन द्वारा अधूरी जानकारी दिए जाने से जांच उलझ रही है।
मूल रूप से भिंड के मिहोना में रहने वाले रवि गुप्ता टेलीकाम कंपनी में काम करते हैं। उन्हें आयकर विभाग का करोड़ों को नोटिस दिए जाने का मामला सबसे पहले 2020 में सामने आया था। इसकी शिकायत तब भी इओडब्ल्यू की ग्वालियर इकाई के पास की गई थी। मामले की विवेचना कर रहीं महिला सब इंस्पेक्टर नम्रता भदौरिया का कहना है सितंबर 2011 में एक्सिस बैंक की मुंबई में मलाड स्थित ब्रांच में युवक के नाम के दस्तावेज का उपयोग कर खाता खोला गया था, जिसमें करोड़ों को लेनदेन हुआ। जांच के दौरान बैंक से कई बार दस्तावेज व अलग-अलग बिंदुओं पर जानकारी मांगी लेकिन हर बार बैंक की ओर से आधी अधूरी जानकारी भेजी गई। इस कारण मामले में किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं। अब दोबारा 27 मार्च 2023 को 113 करोड़ जमा किए जाने का नोटिस संज्ञान में आने के बाद फिर से एक्सिस बैंक को पत्र लिखा गया है।
जांच पूरी होने के बाद ही इसमें आगामी कार्रवाई की जाएगी। उधर रवि का कहना है कि पीएमओ तक शिकायत करने के बाद भी एक्सिस बैंक ने उन्हें ई मेल कर इतनी ही जानकारी दी है कि यह खाता उनका नहीं है, परंतु आयकर विभाग तक यह जानकारी नहीं दी है कि आखिर खाता किसका है, जिसकी वजह से उन्हें नोटिस मिल रहे हैं, इसलिए ईओडब्लू की जांच जरूरी है। इओडब्ल्यू द्वारा रवि के बयान दर्ज किए जा चुके हैं, साथ ही उनके पास जो दस्तावेज हैं, वह भी दे दिए हैं।
