SC उपजातियों के बोर्ड अध्यक्ष को मंत्री का दर्जा मिलेगा:अंबेडकर महाकुंभ में CM का ऐलान; सिंधिया बोले-मेरी पत्नी के पूर्वज ने बाबा साहब को पढ़ने विदेश भेजा

लोकमतसत्याग्रह/ग्वालियर में अंबेडकर महाकुंभ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति समाज की प्रमुख उप जातियों के अलग-अलग कल्याण बोर्ड बनाएंगे। जैसे कोरी कल्याण बोर्ड, जाटव कल्याण बोर्ड… इनके अध्यक्ष और सदस्य भी बनाएंगे। अध्यक्ष को मंत्री का दर्जा दिया जाएगा। इनकी जिम्मेदारी समाज के बीच दौरा करना और समस्याएं जानने का होगा। सीएम शिवराज सिंह ने ये भी कहा कि अभी तक जिन परिवारों की वार्षिक आय 6 लाख होती थी उनकी पढ़ाई की फीस सरकार जमा कराती थी। आज से 8 लाख तक के आय वाले परिवारों के बच्चों की फीस सरकार जमा कराएगी।

इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जय भीम का नारा लगाते हुए अपनी स्पीच शुरू की। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, जिस बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान बनाया, उन्हें चुनाव में हरवाने का काम कांग्रेस ने किया। बाबा साहब के बनाए संविधान पर मोदी जी और हम सरकार चला रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, मेरी पत्नी के पूर्वज सयाजीराव गायकवाड़ महाराज ने बाबा साहब को पढ़ाई के लिए विदेश भेजा था। कांग्रेस ने बाबा साहब को कभी सम्मान नहीं दिया। 75 साल बाबा साहब को सम्मान के लिए इंतजार करना पड़ा। सिंधिया ने हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से निवेदन करते हुए कहा, ग्वालियर में अंबेडकर धाम बनाने के लिए सरकारी जमीन दें।

अंबेडकर महाकुंभ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना की भी जानकारी दी। साथ ही ये भी बताया कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 21 मई से हवाई जहाज से भी तीर्थ दर्शन कराए जाएंगे। सीएम ने कहा कि बाबा साहब के पंचतीर्थ- जहां उनका जन्म हुआ, लंदन में शिक्षा हुई, दिल्ली में संविधान का निर्माण किया, नागपुर की दीक्षा भूमि और मुंबई जहां परिनिर्वाण हुआ, इन पंचतीर्थों की यात्रा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना से कराई जाएगी।

बाबा साहब पूरे भारतवर्ष के संतमहात्मा
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, एक मराठा होने के नाते बाबा साहेब के आगे शीष झुकाकर मुझे गर्व है। इसके पीछे कारण है। महार समाज में बाबा साहब का जन्म हुआ। छत्रपति शिवाजी का हिंदवी स्वराज का सपना था। उनकी सेना में सबसे वीर सेनापति महार समाज के होते थे। एक और रिश्ता बाबा साहब के साथ सिंधिया परिवार का बन चुका है। मेरी पत्नी का परिवार, उनके पूर्वज सयाजीराव गायकवाड़ महाराज ने बाबा साहब को विदेश पढ़ाई के लिए भेजा था। बाबा साहब अंबेडकर पूरे भारतवर्ष के संत-महात्मा हैं।

नेहरू ने बाबा साहब के विरुद्ध चुनाव प्रचार किया

सिंधिया ने आगे कहा, आज देश में कई नेता ऐसे है, जो चुनाव के समय बाबा साहब को याद करते हैं। दलित के मसीहा के रूप में आगे बढ़ना चाहते हैं। मैं उन नेताओं से आज पूछना चाहता हूं कि 75 साल क्या किया? मैं उन नेताओं से पूछना चाहता हूं जिन्होंने पिछड़े वर्ग को कलंकित करने का काम किया और आज माफी मांगने के लिए भी तैयार नहीं होते। 1950 में कांग्रेस ने बाबा साहब के विरुद्ध लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारा था। इतना ही नहीं, खुद जवाहरलाल नेहरू अंबेडकर के विरुद्ध प्रचार करने गए थे।

महिलाओं से काले दुपट्टे लिए, इसके बाद एंट्री

अंबेडकर महाकुंभ में काले दुपट्टे पहनकर आई महिलाओं से काले दुपट्‌टे बाहर ही रखवा लिए गए। इसके बाद ही उन्हें कार्यक्रम में एंट्री दी गई।

61 करोड़ 43 लाख रुपए की लागत के छात्रावासों का लोकार्पणभूमिपूजन किया

CM ने सिंगल क्लिक के जरिए ग्वालियर समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग 61 करोड़ 43 लाख रुपए की लागत के बालक एवं बालिका छात्रावास भवनों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय एवं एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए मित्र पोर्टल का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने अंबेडकर महाकुंभ आयोजन स्थल पर लगाई गई बाबा साहब के जीवन पर केंद्रित चित्र गैलरी और प्रदर्शनी का अवलोकन किया। संतों के सम्मान और कन्या पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

ग्वालियर-चंबल संभाग के 8 जिलों में अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के लिए आरक्षित विधानसभा सीट और इस वर्ग के वोटर्स को साधने के लिए यह कार्यक्रम अहम माना जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतारिदित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और दूसरे सीनियर लीडर भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।

इन छात्रावास भवनों का लोकार्पण

CM 28 करोड़ 72 लाख रुपए लागत के 6 छात्रावास भवनों का लोकार्पण किया। इनमें बाबू जगजीवन राम छात्रावास योजना के तहत ग्वालियर में 8 करोड़ 72 लाख रुपए की लागत से निर्मित 250 सीटर कन्या छात्रावास भवन शामिल है। जबलपुर में ढाई-ढाई करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए 50-50 सीटर चार बालक छात्रावास भवन और भोपाल में 9 करोड़ 9 लाख रुपए की लागत से कटारा हिल्स पर बनाया गया 250 सीटर छात्रावास भी है।

इन छात्रावासों का भूमिपूजन

कार्यक्रम में 32 करोड़ 60 लाख रुपए लागत के पांच छात्रावास भवनों की वर्चुअल आधारशिला रखी गई। इनमें छतरपुर के 11 करोड़ 71 लाख रुपए लागत का 250 सीटर कन्या छात्रावास भवन, 6 करोड़ 52 लाख रुपए लागत का 100 सीटर अनुसूचित जाति सीनियर बालक छात्रावास भवन, सिंगरौली में 6 करोड़ 52 लाख रुपए की लागत से बनने जा रहा 100 सीटर अनुसूचित जाति जूनियर बालक छात्रावास भवन, टीकमगढ़ में 3 करोड़ 93 लाख रुपए की लागत का 50 सीटर अनुसूचित जाति जूनियर कन्या छात्रावास भवन और निवाड़ी में 3 करोड़ 91 लाख रुपए की लागत से बनने जा रहा 50 सीटर अनुसूचित जाति सीनियर बालक छात्रावास शामिल है।

आमंत्रण पत्र में स्थानीय सांसद का नाम नहीं

आयोजन के लिए छपवाए गए आमंत्रण पत्र में स्थानीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर का नाम गायब है। इसे लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा छपवाए गए कार्ड में मुख्यमंत्री और दोनों केंद्रीय मंत्रियों के अलावा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, मंत्री जगदीश देवड़ा, डॉ. प्रभुराम चौधरी, मीना सिंह मांडवे के नाम शामिल हैं।

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