लोकमतसत्याग्रह/परिवहन विभाग में एक के बाद एक वसूली और सांठगांठ के मामलों ने पूरे विभाग को बदनाम कर रखा है। चेक पोस्ट से महिला अधिकारी का पांच हजार का वसूली का आडियो सामने आने से पहले भी आरटीओ के नाम पर प्रति डंपर एक हजार वसूली और फाइलों पर कोड वर्ड में हस्ताक्षर करने के मामले सामने आ चुके हैं। हर बार की तरह परिवहन विभाग के अफसर चुप्पी साध लेते हैं।
ग्वालियर में परिवहन का मुख्यालय होने के बाद यह हालत है। हाल में महिला अधिकारी का आडियाे सामने आने के बाद परिवहन विभाग ने इस आडियो की न जांच कराई न खुद कार्रवाई की। इससे साफ है आरटीओ सहित अधिकारियों की भूमिका कटघरे में है। यहां यह बता दें कि 10 अप्रैल को नईदुनिया ने महिला अधिकारी का आडियो प्रसारित होने की खबर का प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसमें बताया था कि ग्वालियर में चेक पोस्ट से डंपर निकालने के लिए महिला अधिकारी की ओर से पांच हजार के लेनदेन की बात की जा रही है। ड्रायवर और मालिक की बातचीत का यह आडियो है जिसमें महिला अधिकारी के पास खड़ा देवेंद्र नाम व्यक्ति पूरी बात कर रहा है। पास में खड़ी अधिकारी पीछे से पांच हजार रूपए से एक रूपया कम न होने की बात कर रही है और बाद में गाड़ी के नंबर को नोट कर उच्च स्तर पर भेजने की बात भी कही। वर्तमान में इस चेक पोस्ट पर परिवहन उप निरीक्षक अनामिका कोहली पदस्थ हैं। आरटीओ एचके सिंह से इस मामले में जब बात की गई तो उनका कहना था कि क्या कार्रवाई कर सकते हैं।
20 लाख का सेल्फी प्वाइंट, निगमायुक्त बोले-15 हजार से ज्यादा खर्चा न हो
नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने सोमवार को स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने शहर सुंदरीकरण घटक में सेल्फी पाइंट को लेकर पूछताछ की, तो पता चला कि मोती तबेला पर 20 लाख रुपए की लागत से सेल्फी पाइंट तैयार किया गया है। इस पर निगमायुक्त चौंक गए और कहा कि यह काम तो सिर्फ 15 हजार रुपए का है। इसमें इतना खर्चा क्यों हो रहा है। आगे से ध्यान रखें कि 15 हजार से अधिक राशि खर्च न हो। इसके अलावा उन्होंने आत्मनिर्भर वार्ड क्रमांक 58 के पार्कों में 11 स्थानों पर पिट न बनने पर नाराजगी जताते हुए उपायुक्त सुनील चौहान को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
