लोकमतसत्याग्रह/प्रदेशभर में बिजली चोरी रोकने व सबसे ज्यादा बिल वसूली का दावा करने वाले ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के क्षेत्र में ही कंपनी को सबसे ज्यादा नुकसान भुगतना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि तोमर के विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर में कंपनी को मार्च 2023 में सबसे कम 1 रुपए 49 पैसे प्रति यूनिट राजस्व मिल पाया। यह कम राजस्व लधेड़ी जोन पर आया, जो शहर के कुल 20 जोन में सबसे कम है और खुद ऊर्जा मंत्री के क्षेत्र वाले 6 जोन के नार्थ डिवीजन में सबसे ज्यादा बिजली चोरी हो रही है।
क्योंकि, जहां से औसतन 5 से 6 रुपए प्रति यूनिट तक राजस्व मिलना चाहिए, वहां इस क्षेत्र से कई स्थानों पर राजस्व 2 से 3 रुपए प्रति यूनिट भी नहीं मिल रहा। बावजूद इसके बिजली कंपनी अधिकारियों ने यहां चेकिंग अभियान व चोरी के प्रकरण भी कम ही बनाए हैं। यही नहीं जब इन आंकड़ों को अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक के अनुसार देखा जाए तो प्रति यूनिट मिलने वाला राजस्व और भी ज्यादा कम हो रहा है। शहर में 47 प्रतिशत वितरण एवं पारेषण हानि यानी कि सप्लाई के दौरान नुकसान व चोरी है। कंपनी को औसतन 53 प्रतिशत बिजली का ही पैसा मिल पाता है।
- 2,83,726 उपभोक्ता शहर में
- 50 लाख यूनिट प्रतिदिन बिजली सप्लाई
- 47 प्रतिशत तक है सप्लाई नुकसान व चोरी
- लधेड़ी जोन में सबसे कम 1.49 यूनिट राजस्व मिला
- सीएसएस जोन में सबसे ज्यादा 11.15 रुपए प्रति यूनिट हुई वसूली
बिजली चोरी– सबसे ज्यादा केस कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में
- दक्षिण विधानसभा– कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक का दक्षिण विधानसभा क्षेत्र दो डिवीजन सेंट्रल व साउथ में बंटा हुआ है। इन दोनों में 8 जोन हैं लेकिन उसमें से बाराघाटा जोन पूर्व विधानसभा क्षेत्र के हिस्सों को कवर करता है। ऐसे ही सीएसएस, लक्ष्मीगंज व शिंदे की छावनी का कुछ हिस्सा ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र का है। इनके अलावा चावड़ी बाजार, कंपू, सिकंदर कंपू व गोल पहाड़िया इसी क्षेत्र के जोन हैं और साउथ डिवीजन में 320 व सेंट्रल डिवीजन में 105 प्रकरण चोरी के बने हैं।
- पूर्व विधानसभा– शहर के पूर्व विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के डॉ. सतीश सिंह सिकरवार विधायक हैं और इस डिवीजन के क्षेत्रों में भी चेकिंग अभियान काफी चला। बिजली कंपनी की टीम को क्षेत्र में 132 स्थानों पर चोरी मिली, जिनके प्रकरण तैयार किए गए।
- ग्वालियर विधानसभा– नार्थ संभाग में ग्वालियर विधानसभा को 6 जोन में बांटकर कवर किया गया है। यह क्षेत्र प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का है। इसलिए यहां चेकिंग अभियान भी धीमा चला और सबसे कम यानी कि 130 ही चोरी के प्रकरण बने हैं। यहां के लधेड़ी जोन से सबसे कम महज 1.49 रुपए प्रति यूनिट ही राजस्व मिल पाया है। ऐसे ही दूसरे जोन की कमजोर स्थिति रही।
चोरी वाले क्षेत्रों में अभियान चलाएंगे
बिजली चोरी व नुकसान के मामले में पहले की अपेक्षा स्थिति सुधरी है। जिन क्षेत्रों में कम राजस्व आया है वहां वसूली और चोरी रोकने ज्यादा फोकस किया जाएगा।
– नितिन मांगलिक, महाप्रबंधक/ शहर वृत्त
हमारे क्षेत्र झेल रहे दंश
ऊर्जा मंत्री शहर से होने का दंश हम कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र दक्षिण एवं पूर्व को झेलना पड़ रहा है। उन्हें सभी क्षेत्रों को बराबर देखना चाहिए। हम मामले को विधानसभा में उठाएंगे।
– प्रवीण पाठक, कांग्रेस विधायक
मेरा क्षेत्र मजदूर परिवारों वाला, चोरी व चेकिंग की समीक्षा करूंगा
प्रदेश में 2022-23 के दौरान 27 हजार करोड़ की बिल राशि वसूल हुई है, जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी बढ़ी। जहां तक मेरे विधानसभा क्षेत्र की बात है तो वह जेसी मिल मजदूर परिवार और दूसरे मजदूर परिवारों वाला क्षेत्र है। इसलिए वसूली कम हो सकती है लेकिन चोरी और चेकिंग के मामलों की मैं समीक्षा करूंगा।
– प्रद्युम्न सिंह तोमर, ऊर्जा मंत्री
