लोकमतसत्याग्रह/सरकार की योजनाओं को लेकर ही अफसर और अमला चुस्त नहीं है। इसी कारण माननीय से लेकर जिले के मुखिया तक को नाराज होना पड़ रहा है। यह हालत ग्वालियर की ही है। शुक्रवार को राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ग्रामीण विकास कार्याें सहित नल जल योजना में सुस्ती पर अधिकारियों पर नाराज हुए। मंत्री ने कहा कि ठेकेदार अगर सुन नहीं रहे तो उनपर कार्रवाई की जाए। वहीं लाड़ली बहना योजना को लेकर अमला घर घर सर्वे नहीं कर रहा है, इसको लेकर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने निरीक्षण के दौरान नाराजगी जताई। वहीं देहात में निरीक्षण के दौरान कुंए बावड़ी खुले पाए जाने को लेकर कलेक्टर नाराज हुए,जबकि इसको लेकर पहले ही निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
नल-जल योजनाओं की पाइप लाइन बिछाने के लिये खोदी गईं गांवों के भीतर की सड़कों को दुरूस्त न किए जाने पर उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने नाराजगी जताई है। उन्होंने शुक्रवार को जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई बैठक में कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को निर्देश दिए कि संबंधित ठेकेदारों से अभियान बतौर गांवों की सड़कों की मरम्मत कराएं, जो ठेकेदार इसमें आनाकानी करें उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार ने यह भी निर्देश दिए कि मुरार क्षेत्र के जिन गांवों में नल-जल योजनाओं की पाइप लाइन डाली जा चुकी हैं पर टंकी का निर्माण नहीं हो पाया है, वहाँ गर्मी के मौसम को ध्यान में रखकर पम्प से पानी की आपूर्ति की जाए। साथ ही जो नल-जल योजनायें पूर्ण हो गई हैं उनका सतत निरीक्षण करें और यदि कहीं पर रूकावट हो तो उसे दूर कराएं।
घर–घर सर्वे में जरा सी भी ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं होगी
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत हो रहे घर-घर सर्वे कार्य में ढ़िलाई पाए जाने पर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने मुरार के बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनील शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ग्राम टिहौली की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के खिलाफ भी कार्रवाई करने की हिदायत दी है। कलेक्टर शुक्रवार को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का पंजीयन, बैंक खाता व आधार मिलान एवं डीबीटी कार्य की वस्तुस्थिति जानने जनपद पंचायत मुरार के विभिन्न ग्रामों में पहुंचे थे। कलेक्टर द्वारा ग्राम टिहौली में घर-घर सर्वे कार्य के निरीक्षण के दौरान घरों के बाहर सर्वे होने का निशान प्रदर्शित न मिलने पर नाराजगी जताई और मुरार के सीडीपीओ और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को भी आगाह किया कि लाड़ली बहना योजना को गंभीरता से लें और पंजीयन के साथ-साथ सर्वे का काम प्रमुखता से पूरा कराएं।
ग्रामीण अंचल के भ्रमण पर निकले कलेक्टर ने मुरार जनपद पंचायत के ग्राम उटीला में असुरक्षित कुँआ मिलने पर सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने 24 घंटे के भीतर इस कुंए को सुरक्षित करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि यदि किसी क्षेत्र में असुरक्षित कुंआ, बावड़ी, बोर व अन्य जल संरचनाएं मिलीं तो वहाँ के जनपद पंचायत सीईओ एवं ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।
