लोकमतसत्याग्रह/इंडियन प्रीमियर लीग के सीजन 16 में ग्वालियर के सटोरिये जमकर सट्टे की पिच पर खेल रहे हैं। ग्वालियर पुलिस इन्हें रोकने में नाकाम है। इन लोगों ने अपनी टीम इतनी मजबूत बना रखी है कि इन्हें रोकना पुलिस के लिए मुसीबत बन गया है। पुलिस छोटे एजेंट को पकड़कर पीठ थपथपा रही है। लेकिन बड़े सट्टेबाज नहीं पकड़े जा रहे। बड़े सट्टेबाज बड़े शहरों में बैठकर पूरा नेटवर्क ऑपरेट कर रहे हैं। पुलिस यहां तक पहुँचने में नाकाम साबित हो रही है। जबकि इन लोगों के एजेंट गली गली में फैले हुए हैं। पुलिस सभी एजेंट्स को पकड़ नहीं सकती, अब यह कारोबार गली – गली में फ़ैल गया है।
क्रिकेट मैच पर सट्टे का काला कारोबार ग्वालियर में अपनी जडे जमा चुका है। पिछले साल ग्वालियर पुलिस ने सट्टे पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर सट्टेबाजों की कमर तोड़ दी थी। संतोष घुरैया, आकाश राणा जैसे बड़े सट्टेबाज पकड़े गए। इन पर पुलिस ने कार्रवाई की और इनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए इनके वेबसाइट तक को ब्लाक कराया। लेकिन पुलिस की ढील पड़ते ही इन लोगों ने फिर से नेटवर्क जमा लिया। क्राइम ब्रांच को जब एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने कसा तो इन पर कार्रवाई शुरू हो गई। लेकिन इन पर कार्रवाई सिर्फ नाम की हो रही है।