लोकमतसत्याग्रह/926 करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रही एलिवेटेड रोड के दूसरे चरण में यानी लक्ष्मीबाई समाधि से लेकर गिरवाई चौकी तक 7.42 किमी लंबाई में अब नौ-नौ मीटर चौड़ी रोड लेन तैयार की जाएंगी। इसके अलावा डेढ़ मीटर चौड़ाई में डिवाइडर और दोनों तरफ की दीवारें होंगी। इस प्रकार रोड की कुल चौड़ाई अब साढ़े 19 मीटर होगी, जिसे पहले 16 मीटर ही चौड़ा करना तय किया गया था। शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने और भविष्य की राह को आसान करने के लिए स्वर्ण रेखा नदी पर एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जा रहा है।
दूसरे चरण में लक्ष्मीबाई समाधि से गिरवाई चौकी तक बनने वाले एलिवेटेड रोड़ को अब पहले से ज्यादा चौड़ा बनाया जाएगा। इसके बनने से लश्कर क्षेत्र में यातायातं का दबाव कम होगा साथ ही गति भी मिलेगी। एलिवेटेड रोड की कुल लागत 926.21 करोड़ रुपए होगी। इसमें 818.43 करोड़ केंद्र सरकार ने स्वीकृत किया है, जबकि 107 करोड़ रुपए प्रदेश सरकार को देने होंगे। पूर्व में 16 मीटर चौड़ाई की लागत 886 करोड़ रुपए थी, जिसमें 778.14 करोड़ रुपये केंद्र और 107.78 करोड़ प्रदेश सरकार का था। चौड़ाई बढ़ने से इस परियोजना की लागत में लगभग 40 करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। एलिवेटेड रोड तैयार होने से भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में यातायात का दबाव कम हो जाएगा। इसके साथ ही यातायात को गति मिलने से आपातकालीन सेवाओं की तरह अस्पताल समय पर पहुंचने में मदद मिलेगी। ईंधन की खपत और प्रदूषण में कमी आएगी। नेशनल हाइवे 719 यानी इटावा, भिंड, ग्वालियर से फूलबाग होते हुए एबी रोड तक सीधे पहुंचा जा सकेगा। वर्तमान में पहले चरण के तहत किए जा रहे एलिवेटेड रोड निर्माण के लिए स्वर्ण रेखा नदी में गड्ढे खोदने का काम चल रहा है। इन गड्ढों को खोदकर इस पर पिलर तैयार किए जाएंगे, जिस पर एलिवेटेड रोड का स्पान बनाया जाएगा।
