लोकमतसत्याग्रह/ग्वालियर अपनी मांगों को लेकर डॉक्टरों ने सोमवार से आंदोलन शुरू कर दिया। ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल सहित अन्य संस्थानों में भी डॉक्टर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। जयरोग्य अस्पताल और 1000 बिस्तर के अस्पताल में डॉक्टरों ने एक दूसरे को काली पट्टी बांधी और विरोध प्रदर्शन किया है।
सोमवार को ग्वालियर के 350 सहित मध्य प्रदेश के 10 हजार से ज्यादा डॉक्टर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। DACP नीति लागू करने, प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप से नाराज होकर डॉक्टर आंदोलन पर हैं।
डॉक्टरों के काली पट्टी बांधकर काम करने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। डॉक्टर माखनलाल माहौर का कहना है कि सोमवार को काली पट्टी बांधकर विरोध जताया है। मंगलवार को 2 घंटे OPD का बहिष्कार किया जाएगा। डॉक्टरों का कहना है कि यदि सरकार ने 2 दिन में उनकी बातें नहीं मानी तो फिर 3 मई (बुधवार) से अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल शुरू होगी। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होंगी और इसके लिए जिम्मेदार शासन होगा। जो डॉक्टरों की मांगों पर कोई कार्रवाई न कर लचर रवैया अपना रहा है। आपको बता दें कि डॉक्टर अपने पदोन्नति वेतनवृद्धि और सहित अन्य मांगों को लेकर हड़ताल कर चुके हैं लेकिन आश्वासन मिलने के बाद भी उनकी मांगें पूरी नही हुई है। डॉक्टरों की हड़ताल के बाद ग्वालियर चंबल अंचल के सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा जाएगी और ऐसे में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
पिछली बार आश्वासन पर स्थगित की थी हड़ताल
– इससे पहले भी डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं। पिछले महीने भी डॉक्टर हड़ताल पर बैठे थे उस समय ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने जेएएच डॉक्टरों के बीच पहुंचकर उनको समझाया था। भोपाल में सीएम ने डॉक्टरों के प्रतिनिधि मंडल से बात कर मांगों पर सुनवाई का आश्वासन दिया था। जिसके बाद हड़ताल स्थगित की गई थी।
