लोकमतसत्याग्रह/अपने गर्म मिजाज के लिए पहचानी जाने वाली पुलिस अब टूरिस्ट पुलिस बनने के लिए नर्म लहजे में बात करना सीखेगी। भारत में मेहमान को अतिथि देवो भव: कहा जाता है। इसलिए पर्यटन के 7-एस का फार्मूला भी टूरिस्ट पुलिस को पढ़ाया जाएगा। 7-एस में स्वागत, सूचना, सुविधा, सहायता, संरचना, सुरक्षा और सफाई शामिल है। इसके साथ ही कम्युनिकेशन स्किल पर भी काम किया जाएगा। यह सब कुछ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट (आईआईटीटीएम) में 25 मई से शुरू होने वाले प्रशिक्षण में प्रदेशभर के पुलिस अधिकारी और कर्मियों को सिखाया जाएगा।
प्रशिक्षण में ये सिखाएंगे
- ऑडियो गाइड- टूरिस्ट पुलिस को पर्यटन स्थलों की जानकारी के लिए ऑडियो गाइड की सुविधा के बारे में बताया जाएगा।
- कम्युनिकेशन स्किल- इसमें सॉफ्टनेस, पोलाइट्सनेस, फ्लेक्सिबल, रिस्पांसिबल, कूल एंड कैल्म, टाइम मैनेजमेंट, प्रोफेशनल, गुड मैनर्स, गुड मेमोरी, लॉयल, स्माइलिंग और प्रॉब्लम सॉल्वर के बारे में बताया जाएगा।
- ट्रांसलेटर एप- प्रदेश में स्पेन, जर्मनी, इटली और फ्रांस के पर्यटक अधिक आते हैं। इसलिए लेंग्वेज ट्रांसलेटर एप के इस्तेमाल का तरीका टूरिस्ट पुलिस जानेगी।
- हेल्थ- टूरिस्ट पुलिस को कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) का प्रशिक्षण खासतौर पर दिया जाएगा। ताकि जरूरत पड़ने पर वह पर्यटकों की जान बचा सकें। प्रमुख डॉक्टरों के नंबर भी उनके पास होंगे।
- 5 दिन का होगा प्रशिक्षण, तीन बैच रहेंगे… यह प्रशिक्षण 5 दिन का होगा। पहला बैच 25 से 29 मई, दूसरा बैच एक से 5 जून और तीसरा बैच 7 से 11 जून तक रहेगा। प्रशिक्षण के कोऑर्डिनेटर डॉ. चंद्रशेखर बरुआ ने बताया कि एक बैच में 30 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल होंगे।
ग्वालियर–भोपाल में प्रशिक्षण
“टूरिस्ट पुलिस की ट्रेनिंग के लिए ग्वालियर और भोपाल का चयन किया गया है। बैच की कन्फर्मेशन आने के बाद जल्द ही प्रशिक्षण लेने वालों की सूची भी आने वाली है। इनमें उनके नाम और शहर का उल्लेख होगा।“
–मनोज सिंह, डायरेक्टर स्किल एमपीटीबी
पर्यटकों को मिलेगा फायदा
“पर्यटन स्थलों पर कई बार पर्यटकों के साथ ऐसी चीजें हो जाती हैं, जिसको लेकर वह परेशान रहते हैं। ऐसे में टूरिस्ट पुलिस की अहम भूमिका है और इसका फायदा पर्यटकों को मिलेगा।“
–प्रो. आलोक शर्मा, डायरेक्टर आईआईटीटीएम
