दो दोस्तों की दर्दनाक मौत:जश्न मनाकर लौट रहे थे घर, कार पलटी दो की मौत, कुछ दिन बाद ज्वाइंन करनी थी जॉब

लोकमतसत्याग्रह/ग्वालियर में शनिवार-रविवार दरमियानी रात सिरोल हाइवे पर एक दर्दनाक हादसा हुआ है। हाइवे पर होटल में जश्न मनाकर लौट रहे कुछ युवकों की कार अचानक अनिंयत्रित होकर पलट गई। इसमें दो दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई है। कुछ घायल एक ही हालत गंभीर हैं। दोनों मृतक अपने-अपने घर के इकलौते चिराग थे।

एक ने तो इसी साल दिल्ली के LBS कॉलेज से MBA पास किया था। कुछ दिन बाद उसे ईवाय कंपनी में ज्वाइंनिंग लेनी थी। घटना के बाद से दोनों परिवारों में मातम पसर गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को निगरानी में लेकर हादसे के कारणों की पड़ताल शुरू कर दी है।

शहर के सिरोल स्थित सनवैली टाउनशिप निवासी महेश शर्मा आयूर्वेदिक कॉलेज में प्राचार्य हैं।शनिवार को वह शहर से बाहर थे। उनका 21 वर्षीय इकलौता बेटा शिवम शर्मा, अपने दोस्तों हार्दिक चौहान, यश गुप्ता, जय उर्फ जयराज सक्सेना, जितेश दासवानी के साथ किसी दोस्त के मां-पापा की मैरिज एनिवर्सरी की खुशी में पार्टी करने निकले थे। सभी साथी यश गुप्ता की कार क्रमांक MP07 CF-7149 में रात 2.30 से 3 बजे के बीच हाइवे स्थित एक होटल में वह खाना खाने के बाद वापस लौट रहे थे। कार शिवम का दोस्त जयराज सक्सेना चला रहा था। अभी वह हाइवे स्थित इम्पीरियल रिसोर्ट के सामने पहुंचे ही थे कि तभी अचानक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित हो गई। जब तक कार चला रहा जय उसे काबू करने का प्रयास करता गाड़ी पलट कर सड़क किनारे जा गिरी।
शिवम ने घटना स्थल, जयराज ने अस्पताल में तोड़ा दम
सड़क दुर्घटना में कार में सवार शिवम की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कार चला रहे जयराज भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसके सथ ही कार में सवार यश गुप्ता, जितेश दासवानी और हार्दिक को भी चोटे आईं। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए भेजकर शिवम का शव पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया। रविवार सुबह 11.30 बजे शिवम का पोस्टमार्टम चल रहा था तभी उसके बचपन के दोस्त जयराज ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने जय के शव को निगरानी में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है।

मृतक अपने घर के थे इकलौते चिराग
पता लगा है कि हादसे में मृतक दोनों दोस्त शिवम और जयराज अपने-अपने घर के इकलौते चिराग थे। शिवम आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रचार्य डॉ. महेश शर्मा का इकलौता बेटा था, जबकि गोविंदपुरी निवासी दीप्ति सक्सेना ने बताया कि जय उनका इकलौता चिराग था। उसके सहारे हीउनकी जिंदगी ठहरती थी।
अस्पताल में आठ घंटे लड़ा मौत से जंग
हादसे में गंभीर घायल जयराज को डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखकर आईसीयू में भर्ती कराया था। जहां आठ घंटे जिन्दगी से जंग लड़ते हुए दम तोड़ दिया है। डॉक्टर ने उसे बहुत बचाने का प्रयास किया, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। हर घंटे उसकी सांस उखड़ती जा रही थी।
ईवाय कंपनी में सीनियर एनालिसिस की पोस्ट पर ज्वाइंन करना था
मृतक की मां दीप्ति सक्सेना ने बताया कि जयराज शुरू से पढ़ाई में काफी अच्छा था। इसी साल उसने दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज से MBA की पढ़ाई पूरी की थी। उसका कैंपस में सिलेक्शन हो गया था और 31 जुलाई को उसे ईवाय कंपनी में बतौर सीनियर एनालिसिस की पोस्ट पर ज्वाइंन करना था। यही समय था जब वह दोस्तों के साथ घूम फिर या मस्ती कर सकता था। इसलिए उसने किसी दोस्त के घर में स्टे करने के लिए कहा था तो मैंने मना नहीं किया। सुबह उसके दोस्त का फोन आया बोला आंटी हमारा एक्सीडेंट हो गया है।

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