लोकमातसत्याग्रह/ग्वालियर में आरोपी तलाश रहे पुलिस अफसर को एक हट्टा-कट्टा बीमार युवक मिला। युवक पानी मांग रहा था, उसे देखकर अफसर दंग रह गए। अफसरों ने उसे देखकर उसके पास जाकर बात करने का प्रयास किया, लेकिन वह ना तो उनकी सुन रहा था और ना ही उनकी तरफ देख रहा था। जब अफसरों ने इसका कारण जानना चाहा तो पता चला कि चार माह पहले यह देखता भी था और सुनता भी था, लेकिन कोई हादसा हुआ और उसकी ऐसी हालत हो गई। ना तो उसके पास उपचार के लिए पैसे हैं और ना ही खाने के लिए। उसकी परेशानी से पुलिस अफसर ने मानवीयता के नाते आरोपी को तलाशना छोड़ पीड़ित युवक की डॉक्टरों से चर्चा की तो बताया कि वह ठीक हो सकता है। इसका पता चलते ही अफसर ने उसके उपचार की व्यवस्था करना शुरू कर दिया।
डॉक्टर युवक को ठीक करने के लिए तैयार
बता दें कि घाटीगांव थाना सर्किल के एसडीओपी संतोष पटेल एक आरोपी को तलाशने के लिए अपनी पुलिस टीम के साथ केसर कॉलोनी नया गांव पहुंचे थे जहां होना एक पेड़ के नीचे एक युवक बैठा दिखाई दिया जो पानी मांग रहा था उसकी हालत देखकर मैं अपनी पानी की बोतल लेकर उसके बाद पहुंचे। युवक की हालत देखकर एसडीओपी संतोष पटेल से रहा नहीं गया और उन्होंने युवक की मदद का बीड़ा उठाया और जयारोग अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आरएएस धाकड़ और डॉक्टर अमित जैन को फोन लाकर तत्काल चर्चा की तो उन्होंने आश्वासन दिया कि वह ठीक हो सकता है और उसे लेकर ग्वालियर आ जाए उसका चेकअप करने के बाद उसकी मदद की जा सके।
पानी की बोतल मंगाई और उसे पानी दिया, लेकिन वह ना तो उनकी सुन रहा था और ना ही उनकी तरफ देख रहा था। उसकी हालत पर चिंता हुई और पड़ताल की तो पता चला कि इंदर सिंह चार माह पहले बिलकुल ठीक था और एक पहुंचाया जाएगा। जगह काम करता था। काम करते किसी हादसे के दौरान वह अपनी सुनने और देखने की क्षमता खो चुका है। उस समय उसका उपचार कराने का प्रयास किया, लेकिन खर्चा ज्यादा होने पर बात नहीं बनी और वह पेड़ के नीचे बैठा रहता है, कोई दे जाता है तो खा लेता है, नहीं तो वह चिल्लाता रहता है।
SDOP ने बनवाया आयुष्मान कार्ड
इसके बाद एसडीओपी ने नया गांव सचिव की मदद से बीमार युवक का आयुष्मान कार्ड बनवाया, जिससे उसके उपचार में कोई कमी ना रहे और वह फिर से पहले की तरह देख और सुन सके। आयुष्मान कार्ड बनने के बाद उसे उपचार के लिए
हाथों से खिलाया खाना
इसके बाद एसडीओपी ने स्टॉफ की मदद से युवक को पानी से नहलवाया और नए कपड़े पहनाए. इसके बाद उसे भरपेट खाना खिलाया खाना खाने के बाद युवक की आंखों से झरझर आंसू निकल पड़े और बताया कि कई महीनों बाद उसने भरपेट खाना खाया है।
सीएम हाउस से मदद
सोशल मीडिया पर मामले की जानकारी सीएम शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह को मिली तो उन्होंने तुरंत ही एसडीओपी से बात की व उपचार का आश्वासन दिया उपचार में किसी तरह की परेशानी ना हो, उसके लिए डॉक्टरों से बात की। ज्ञात हो कि आज सीएम के बेटे का जन्मदिन है।
