लोकमतसत्याग्रह/पितृ पक्ष के ये 15 दिन पूर्वजों के प्रति सच्ची श्रद्धा और आस्था व्यक्त करने के होते हैं। इन्हीं दिनों में एक अच्छी शुरुआत न केवल हमें सुख देती है, बल्कि पूर्वजों को भी शांति प्रदान करती है। पूर्वजों को यही शांति प्रदान करने के लिए मप्र के तीन आईएएस अफसरों ने अपनी मासिक तनख्वाह से स्कॉलरशिप देने का फैसला किया है।
अच्छी बात ये है कि एक आईएएस अफसर ने तो स्कॉलरशिप देना शुरू भी कर दी है, जबकि दो इन्हीं दिनों में करने जा रहे हैं। यह स्कॉलरशिप दसवीं के तीन टॉपर और 12वीं के हर विषय के तीन टॉपर्स (सीबीएसई व एमपी बोर्ड) को मिलेगी। राशि दसवीं के लिए क्रमश: 1000, 750 व 500 होगी और 12वीं के लिए 1100, 800 व 500 रुपए होगी।
10वीं के तीन और 12वीं के हर विषय के तीन टॉपर को देंगे
शहडोल कमिश्नर व 2003 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव शर्मा ने दादाजी बाबा जनकराम के नाम पर इसकी शुरुआत भी कर दी है। अगस्त माह में 8 छात्र-छात्राओं को 6700 रुपए स्कॉलरशिप के रूप में उनके खाते में राशि ट्रांसफर कर दी गई है। शर्मा चूंकि भिंड के रहने वाले हैं, इसलिए यह स्कीम सिर्फ उसी जिले तक सीमित है। बाकी दो आईएएस अधिकारी नरसिंहपुर और टीकमगढ़ में इसे शुरू करने वाले हैं। इन दोनों ने छात्र-छात्राओं की जानकारी जुटा ली है, लेकिन अपना नाम जाहिर नहीं करना चाहते। ये दोनों पिता के नाम पर स्कॉलरशिप शुरू करेंगे। इस मुहीम में कुछ और आईएएस अफसर भी शामिल होने वाले हैं। स्कॉलरशिप एक साल के लिए होगी।
स्कॉलरशिप किसे देना है, उन्हें चुनने का ये है तरीका
एमपी बोर्ड की प्रकाशित सूची से तीन नाम लेते हैं और सीबीएसई की वेबसाइट से नाम लेते हैं। जिले में जो भी तीन टॉपर क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तीसरे नंबर वाले होते हैं, उनको स्कॉलरशिप स्कीम में शामिल किया जाता है। इसमें तरुण कला संगम नाम की संस्था मदद करती है।
हर साल 25 से 30 टॉपर होंगे, पैसा भी लगभग 30 हजार ही लगेगा
राजीव शर्मा बताते हैं कि एससी, एसटी या अन्य वर्ग की जो शासकीय स्कॉलरशिप मिलती है, उससे अलग यह स्कॉलरशिप है। इसमें कोई भेदभाव नहीं होता। जो भी टॉपर की लिस्ट में है, उसे यह राशि देते हैं। चूंकि दादा के नाम पर है, इसलिए कोई सोचना ही नहीं। शर्मा को उम्मीद है कि वे भिंड जिले में इस स्कीम को चला रहे हैं। बाकी अफसर भी एक-एक जिला लेंगे। हर साल के टॉपरों छात्र-छात्राओं की संख्या अधिकतम 25 से 30 होगी। पैसा भी लगभग 25 से 30 हजार ही लगेगा। वेतन ढाई लाख रुपए है, इसमें यह राशि काफी कम है।
