लोकमतसत्याग्रह/नई कलेक्टर गाइडलाइन 2023-24 में ग्वालियर में जमीनों के दाम औसतन 20 प्रतिशत तक बढ़ेंगे। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी का असर सिटी सेंटर यानी नए विस्तार होते ग्वालियर की लोकेशनों पर दिखेगा। मंगलवार को नई कलेक्टर गाइडलाइन की दरों के निर्धारण के लिए उप जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में फायनल कार्ययोजना प्रस्तुत की गई और अनुशंसा रखी। अब जिला मूल्यांकन समिति के लिए यह प्रस्ताव भेजे जाएंगे। नई गाडइलाइन में अब कुल 1706 लोकेशन घटकर 1680 रह जाएंगी। कुल लोकेशनों में 691 लोकेशनों की दरों की वृद्वि में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। कुल 1044 लोकेशनों पर दाम बढ़ेंगे। कृषि भूमि के लिए पांच प्रतिशत की वृद्धि प्रस्तावित की गई है। अध्यक्ष बोले- स्लैब में हो वृद्धि: उप जिला मूल्यांकन समिति के अध्यक्ष विनोद सिंह ने बैठक में कहा कि जो एक से 35 प्रतिशत तक की वृद्धि अलग-अलग लोकेशन पर की गई हैं, वह पांच-पांच के स्लैब में की जाएं। जैसे पांच प्रतिशत, फिर दस प्रतिशत फिर 15 प्रतिशत, ऐसा दिखे। बैठक में उपस्थित सब रजिस्ट्रारों ने इसे दुरुस्त कर जल्द देने के लिए कहा।
पिछली गाइडलाइन में 1706 लोकेशन थीं, अब 1680 रह गईं
– पिछली साल की गाइडलाइन में कुल लोकेशन 1706 थीं जो अब 1680 कर दी गई हैं। द्
– इस साल प्रचलित गाइडलाइन में 242 लोकेशन को दूसरी लोकेशनों में मर्ज कर विसंगति दूर की गई है। इसमें मुरार उप पंजीयक-2 में 204 लोकेशन, लश्कर ग्वलियर में 38 लोकेशन मर्ज की गई हैं। द्
– प्रस्तावित गाइडलाइन में इस बार 74 लोकेशन विलोपित कर दी गई हैं जिनमें क्षेत्र के नामों में दोहराव था, जबकि स्थान एक ही था।
15 से 20 लोकेशन ऐसी हैं, जिनमें पिछले साल कृषि भूमि का अधिक मूल्य होने से 20 से 25 प्रतिशत कमी प्रस्तावित की गई है। यह लोकेशन नगर निगम क्षेत्र के ग्रामों की दरें हैं। द्
– कृषि भूमि की 305 लोकेशन जो नगर निगम से बाहर हैं, यहां मात्र पांच प्रतिशत वृद्धि प्रस्तावित है। इनमें आठ साल से वृद्धि नहीं हुई है।
जाने कहां कितनी प्रतिशत वृद्धि
01प्रतिशत से दस प्रतिशत : यह पुराने ग्वालियर की ज्यादातर लोकेशन हैं जिसमें आमखो, विजय नगर, केआरजी कालेज क्षेत्र, सिकंदर कंपू आदि पुराने ग्वालियर के क्षेत्र हैं।
– 11प्रतिशत से 20 प्रतिशत: यह विकसित हो रहे क्षेत्र ज्यादातर शामिल हैं। इसमें मालनपुर, गिर्द, नई बस्तीं हुई कालोनियां शामिल हैं। इसमें नगर निगम की वैध 161 कालेानी भी शामिल हैं।
– 20प्रतिशत से 35 प्रतिशत : इसमें सबसे ज्यादा लोकेशन हैं और यहीं सबसे ज्यादा वृद्धि हो रही हैं। इसमें अधिक दरों पर रजिस्ट्री होने वाली लोकेशनें हैं। इसमें नागौर, खुरैरी, बड़ागांव, सिरोल, सिटी सेंटर, ओहदपुर, नैनागिर, ग्वालियर बाइपास के आसपास के इलाके, अलापुर, धनेली आदि ऐसे तेजी से विकसित हो रही बसाहट है। जो वार्ड 62 के क्षेत्र भी शामिल हैं।
– 35 प्रतिशत प्रतिशत से अधिक: इसमें शहर की कई टाउनशिप शामिल हैं। जैसे- सन वैली, कास्मो आदि ऐसी टाउनशिप व कालोनी हैं, जहां मौजूदा गाइडलाइन से 500 प्रतिशत अधिक में रजिस्ट्री हो रही हैं।
