लोकमतसत्याग्रह/नर्मदापुरम में वीर गोडसे जिंदाबाद के नारे लगे। यहां अखिल भारत हिंदू महासभा के महासचिव ने कहा- निश्चित तौर पर गोडसे को इस राष्ट्र का आदर्श होना चाहिए। क्योंकि उनका मानना था कि राष्ट्र सर्वोपरि है। कार्यक्रम में नारे लगाते हुए कहा गया, ‘अम्बाला से आई आवाज, वीर गोडसे जिंदाबाद’। दरअसल अम्बाला जेल में गोडसे को फांसी दी गई थी इसलिए नारे में अम्बाला का जिक्र किया गया। मामला इटारसी में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन व स्वाभिमान सभा का है।
इस सम्मेलन का आयोजन रविवार को मेहरागांव रोड स्थित एक गार्डन में किया गया। इसमें संगठन के राष्ट्रीय महासचिव देवेंद्र पांडेय ने कहा कि नाथूराम गोडसे के इतिहास को छिपाया गया है। मैं चैलेंज करता हूं, जो लोग गोडसे को हत्यारा मानते हैं प्रमाणिकता के आधार पर प्रेस के सामने मुझसे बात करें। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि गोडसे हिंदू महासभा के कर्मठ नेता थे, जिन्होंने गांधी को पिता तुल्य माना था। उन्हें सिर्फ एक लाइन में हत्यारा कह देने से वो हत्यारे नहीं हो जाते।
गोडसे को होना चाहिए राष्ट्र का आदर्श
देवेंद्र पांडेय ने कहा कि विश्व में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं हुआ, जिसे सजा सुनाने के बाद जज ने अंतिम फैसला करते हुए त्यागपत्र दे दिया हो। निश्चित तौर पर गोडसे को इस राष्ट्र का आदर्श होना चाहिए। क्योंकि उनका मानना था कि राष्ट्र सर्वोपरि है। गोडसे ने इस बात को सिद्ध किया है, इसलिए गोडसे का नारा पहले भी लगाते थे, अब भी लगाते हैं और आगे भी लगाते रहेंगे।
भोजशाला को मुक्त कराने निकलेगी यात्रा
पांडेय ने आगे बताया कि महासभा ने पहले राम मंदिर की लड़ाई लड़ी। अब मप्र के धार जिले में स्थित भोजशाला जो सरस्वती देवी का प्राचीन मंदिर है, उसे मुक्त कराने का संकल्प लिया गया है। भोजशाला की मुक्ति के लिए पूरे मप्र में अभियान चलाया जा रहा है। इसे पांच भागों में बांटा गया है। यात्रा आगर-मालवा स्थित मां बगलामुखी मंदिर, खंडवा के तुलजा भवानी मंदिर, सतना के मां शारदा देवी मैहर मंदिर, दतिया के मां पीताम्बरा देवी मंदिर और देवास के मां चामुंडा देवी मंदिर से प्रारंभ की जाएगी। यह सभी यात्राएं अलग-अलग जिलों से होते हुए धार में भोजशाला पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि इटारसी में जल्द यह यात्रा निकाली जाएगी।
