लोकमतसत्याग्रह/ प्रदेश सरकार की नई आबकारी नीति के तहत ग्वालियर में शराब दुकानों के निष्पादन की प्रक्रिया का पहला चरण शुक्रवार को पूरा कर लिया गया। जिले में 75 प्रतिशत शराब दुकानें पुरानी ही रहेंगी, इनका 10 प्रतिशत अधिक डयूटी शुल्क पर नवीनीकरण कर दिया गया। कुल 45 समूहों में से 36 समूह इस नवीनीकरण में शामिल हो गए और शेष 25 प्रतिशत दुकानों के लिए 10 मार्च को लाटरी निकाली जाएगी।
नवीनीकरण के तहत पिछले साल की तुलना मे 36 समूहों में 29 करोड़ अधिक राजस्व मिला है। दस प्रतिशत अधिक डयूटी पर नवीनीकरण कराने वाले ठेकेदारों को दस प्रतिशत स्टाक भी अधिक मिलेगा। अधिकारियों के अनुसार इसका शराब की कीमत पर कोई असर नहीं होगा।
नई नीति के तहत अहाते और शाप–बार होंगे बंद
नई शराब नीति के तहत इस बार अहातों व शाप-बार को बंद किया जा रहा है। एक अप्रैल से इनका संचालन बंद कर दिया जाएगा। आबकारी की शराब दुकानों के निष्पादन प्रक्रिया के तहत जिले में कुल 45 संमूहों में से 36 समूहों के लिए 326 करोड़ रुपये मूल्य के नवीनीकरण आवेदन आज प्राप्त हुए, जो जिले के कुल आरक्षित मूल्य 438 करोड़ रुपये का 75 प्रतिशत हैं। 36 समूहों पर पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक (29 करोड़ से अधिक) प्राप्त हुए हैं। 25 प्रतिशत वाली दुकानों में शहर की बड़ी दुकानें जैसे- सिटी सेंटर, फूलबाग, रोशनीघर आदि में अधिक फायदा न होने पर ठेकेदारों ने नवीनीकरण में इन्हें नहीं लिया।
एमआरएपी–एमएसपी नहीं बढ़ी
अधिकारियों के अनुसार शराब की कीमतों पर इस साल कोई असर नहीं पड़ेगा। नई नीति के तहत शराब के दामों में एमएसपी-एमआरपी पर बढ़ोतरी नहीं की गई है। ठेकेदार को स्टाक अधिक मिलेगा, लेकिन कीमत नहीं बढ़ा सकेंगे।
किया गया है नवीनीकरण
आबकारी की निष्पादन प्रक्रिया में 75 प्रतिशत दुकानों का नवीनीकरण किया गया है, जिसमें 36 समूहों से पिछले साल की तुलना में 29 करोड़ अधिक राजस्व मिला है। शेष दुकानों के लिए दस मार्च को लाटरी निकाली जाएंगी।
संदीप शर्मा, सहायक आयुक्त, आबकारी, ग्वालियर
