लोकमातसत्याग्रह/शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में विभिन्न शारीरिक व्याधियों के उपचार में कारगर ‘पंचकर्म’ चिकित्सा पद्धति के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित ‘पंचकर्म स्पेशियलिटी भवन’ का निर्माण किया जोगा। इसमें महिलाओं व पुरूषों के लिए अलग-अलग स्नेहन कक्ष सहित स्वेदन, वमन, विरेचन व बस्तीकर्म कक्ष बनाए जाएंगे। साथ ही फिजियोथेरेपी कक्षों का निर्माण भी होगा। संभागीय आयुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई आयुर्वेद महाविद्यालय की कार्यकारिणी समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 11 करोड़ 69 लाख 42 हजार 183 रुपये के बजट का अनुमोदन भी किया गया। बुधवार को संभाग आयुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित हुई बैठक में संभागायुक्त दीपक सिंह ने निर्देश दिए कि वर्तमान डिजिटल दौर की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय के क्लासरूम, लाइब्रेरी व विभागों को स्मार्ट बनाएं।
कंपोजिट बिल्डिंग का बनेगा प्लान
संभागायुक्त ने कहा कि भारत सरकार द्वारा आयुर्वेद चिकित्सालय में ओपीडी भवन के निर्माण के लिए मंजूर की गई एक करोड़ रुपये शामिल करते हुए चिकित्सालय व महाविद्यालय के लिए एक कम्पोजिट बिल्डिंग का प्राक्कलन तैयार कराएं। इसके लिए शेष राशि महाविद्यालय के स्वशासी मद और राज्य शासन से उपलब्ध करा दी जाएगी। बैठक में संभागीय आयुष अधिकारी डा. प्रदीप चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।
योगा के लिए बनेगी अत्याधुनिक ओपीडी
आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डा. महेश शर्मा ने बताया कि आयुर्वेद चिकित्सालय में प्राइवेट वार्ड का निर्माण भी किया जाएगा। इस साल के बजट में इसका प्रावधान किया गया है। साथ ही पंचकर्म, शल्य तंत्र, शालाक्य तंत्र, प्रसूति एवं स्त्री रोग, कोमार्य भृत्ति, स्वस्थ वृत एवं योगा के लिए अत्याधुनिक ओपीडी भी बनाई जाएंगी। इसके अलावा एक्स-रे व फिजियोथेरेपी कक्ष के निर्माण का भी निर्णय हुआ है।
