लोकमतसत्याग्रह/ग्वालियर में एक बार फिर घाटीगांव सर्कल में पुलिस का अनोखा अंदाज सामने आया है। दो भाइयों के बीच बीते 20 साल से चला आ रहा आधा फीट जमीन का विवाद पुलिस सिर्फ 2 घंटे की मशक्कत के बाद सुलझा दिया है। पटवारी, तहसीलदार, SDM, ADM, कलेक्टर तक जो विवाद नहीं सुलझा पाए, उसे SDOP घाटीगांव संतोष पटेल ने सूझबूझ से सुलझा दिया है। SDOP घाटीगांव और पनिहार थाना प्रभारी ने खुद दोनों भाइयों को साथ लेकर जमीन पर फीता डालकर नापतौल की। दोनों के बीच बराबर जमीन बांटकर इस विवाद को यहीं समाप्त कर दिया।
यह फैसला जबरदस्ती भी नहीं थोपा गया है। पुलिस के फैसले से दोनों पक्ष सहमत रहे। गले मिलकर एक-दूसरे से कभी ना झगड़ने का वादा भी किया। इस मौके पर एक और चीज देखने को मिली फरियादी ने खुशी में व्यायाम करने वाला 25 किलो का मुदगल जिसे पुलिस जवान भी नहीं उठा पा रहे थे, एक हाथ से 50 बार घुमाकर खुशी प्रकट की।
ऐसे समझिए पूरा मामला
घाटीगांव सर्कल के पनिहार थाना स्थित रायपुर गांव निवासी विनोद पाल और बंटी पाल चचेरे भाई हैं। उनके पिता ने उनके बीच जो जमीन बांटी थी, उसमें आधा फीट जमीन का विवाद था। साल 2003 से दोनों के बीच इस जमीन के आधा फीट टुकड़े को लेकर विवाद चल रहा है। इसके चलते दोनों एक दूसरे पर दो से तीन बाद FIR दर्ज करा चुके हैं। कभी भी जमीन को लेकर तनाव होता है और झगड़ा हो जाता था। दोनों पक्ष जमीन पर हक जताते हुए SDM, ADM, कलेक्टर, एसएसपी तक से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन जमीन का यह विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा था। जिस कारण दोनाें परिवार में हमेशा तनाव रहता था।
मारपीट के मामले में एक दूसरे के परिवार के सदस्यों के नाम आने पर भविष्य भी खराब हो रहा था। मामले में गुरुवार को एक पक्ष फरियादी विनोद पाल SDOP घाटीगांव संतोष पटेल के पास पहुंचा था। उस समय वह पनिहार थाना में ही बैठे थे। उन्होंने जब मामले को समझा, तो उनको लगा कि दो परिवार ने सिर्फ एक आधा फीट के टुकड़े के लिए 20 साल उलझा दिए। इसके बाद उन्होंने पनिहार थाना प्रभारी प्रवीण शर्मा से बात की। मसले को आज सुलझाने की ठानी। वे पनिहार के रायपुर गांव पहुंचे। यहां दोनों पक्षों को साथ बैठाया।
जो काम पटवारी, तहसीलदार, SDM मिनटों में कर सकते थे, वो पुलिस ने किया
जब पुलिस अधिकारी पनिहार के रायपुर गांव पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि आधा फीट जमीन है, जिससे किसी को फायदा नहीं होने वाला है, लेकिन पुश्तैनी जमीन पर दोनों पक्ष ने इसे इज्जत की बात बनाकर रंजिश मान रखी थी। यह काम पटवारी, तहसीलदार, SDM आसानी से कर सकते थे, लेकिन 20 साल से यह मामला लटका था। पुलिस ने इसे दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाकर बातचीत और समझाइश से सिर्फ 2 घंटे में सुलझा दिया।
ऐसे किया जमीन का फैसला
SDOP घाटीगांव संतोष पटेल, थाना प्रभारी पनिहार प्रवीण शर्मा जब रायपुर गांव पहुंचे, तो उनके हाथ में फीता था। दोनाें ने जमीन की नपाई शुरू की। एक पक्ष ने दावा किया कि यहां उसकी मढैया थी। दूसरे पक्ष ने दावे का खंडन किया। SDOP पटेल ने जमीन की नपाई के बाद दोनों पक्षों को समझाया। कहा- आधा फीट का विवाद है, जिसमें उन्होंने बहुमूल्य 20 साल खो दिए। सोचो- इस 20 साल में आपने क्या-क्या खो दिया। दोनों भाई होकर एक दूसरे के दुश्मन बने हो। इसके बाद पुलिस ने दोनों को बराबरार जमीन बांट दी। दोनों से सहमति ली कि वह इसे मानेंगे, तो दोनों ने बिना दबाव खुशी से यह बात कुबूली। पुलिस अफसरों का धन्यवाद किया
खुशी में घुमाया मुदगल
मामले में फैसला होने से दोनों पक्ष खुश नजर आए। फरियाद लेकर आया विनोद तो इतना खुश हुआ कि उसने 25 किलो का मुदगल एक हाथ से करीब 50 बार घुमाया। मुदगल का वजन इतना था कि उसे पुलिस जवान एक हाथ से उठाकर नहीं घुमा पा रहे थे। मानों उसके अंदर एक नई ऊर्जा आ गई थी। पुलिस के इस तरह फैसले से पूरा गांव खुश था।
40 फीसदी हत्या की जड़ होती है जमीन
ग्वालियर-चंबल अंचल में जमीन विवाद में अनगिनत हत्याएं हुई हैं। यहां के लोग जमीन विवाद को अपनी प्रेस्टीज से जोड़कर मानते हैं। अंचल में होने वाली हत्याओं में 40 प्रतिशत हत्याओं की जड़ जमीन या उससे जुड़ा कोई पुराना विवाद होता है। इस विवाद में भी दोनों भाई 20 साल से आमने-सामने थेे। कई बार झगड़े हो चुके थे। पुलिस ने इस तरह फैसला कर एक बड़ी घटना को टाल दिया है।
पुलिस का कहना
मामले में जब SDOP घाटीगांव संतोष पटेल से बात की तो उनका कहना था कि एसएसपी राजेश सिंह चंदेल जी का कहना है कि पुलिस समय पर पहुंच जाए, तो आधा विवाद खुद ही खत्म हो जाए। पुलिस चाहे तो किसी भी विवाद को सुलझा सकती है। उनकी इन्हीं बातों को याद रखकर मामले में पहल की और सार्थक साबित हुई।
